- हेल्थ स्टाफ ने सीएचसी पर जाकर रिकॉर्ड किये थे चेक, मिली अनियमितताएं
- सीएमओ को मिली शिकायत, एसीएमओ करेंगे जांच, हाल ही में बिथरी चैनपुर में उजागर हुआ है लाखों का घोटाला
बरेली : इसे आपदा में अवसर तलाशना नहीं तो और क्या कहेंगे। बिथरी चैनपुर के बाद अब मीरगंज और मझगवां में भी प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना में खेल की सुगबुगाहट सीएमओ कार्यालय तक पहुंच चुकी है। मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ ने जांच अधिकारी को जांच करने के लिए नामित कर दिया है। कोरोना के केसेस कम होते ही जांच अधिकारी मीरगंज जाकर योजना से संबंधित रिकॉर्ड चेक कर जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेंगे जिसके बाद खेल करने वाले जिम्मेदार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बिथरी में उजागर हुआ है घोटाला
हाल ही में हेल्थ महकमे को शिकायत मिली थी कि बिथरी चैनपुर में प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना में ऐसे लाभार्थियों को भी शामिल कर लिया गया था जो कि पात्र नहीं थे, इसके बाद जब रिकॉर्ड चेक किए गए तो लाखों की अनियमितता उजागर हुई। हालांकि संबंधित एमओआईसी कोरोना पॉजिटिव हैं जिस कारण मामले में अभी जांच अधर में लटकी हुई है। लेकिन हेल्थ अफसरों में मामला उजागर होने के बाद खलबली मची हुई है।
ऐसे किया जा रहा खेल
सूत्रों के अनुसार मातृ-वंदन योजना के तहत 60 से 70 वर्षीय अपात्र महिलाओं को पात्र दिखाकर उनके खाते में आने वाली प्रोत्साहन राशि में खेल कर दिया गया है यह राशि लाखों में आंकी जा रही है। वहीं संबंधित महिलाओं को योजना से संबंधित जानकारी तक नहीं है।
इन्हें मिलता है योजना का लाभ
इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान योजना का लाभ मिलता है इसके लिए लाभार्थी को शासन की ओर से तीन किश्तों में 5000 रुपये की धनराशि का लाभ दिया जाता है। यह धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाता या फिर डाकघर खाता में भेजी जाती है।
मीरगंज और मझगवां से कुछ शिकायतें मिली थी, मामले की जांच अभी कोरोना के चलते नहीं हो पा रही है। जल्द ही वहां जाकर रिकॉर्ड चेक किए जाएंगे। जांच कर मामले की रिपोर्ट सीएमओ को सौंपी जाएगी।
डॉ। आरएन गिरी, एसीएमओ, जांच अधिकारी
बिथरी के बाद अब मझगंवा और मीरगंज की भी शिकायत मिली थी, टीम जांच को भेजी गई थी जहां रिकॉर्ड में अनियमितताएं मिली। जांच अधिकारी नामित कर दिए हैं, कोरोना के चलते जांच धीमी है रिपोर्ट मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
डॉ। एसके गर्ग, सीएमओ