-चुनिंदा टीचर्स के नोट जुटा कर तैयार होगी ई टेक्स्ट बुक्स

-800 इंस्टीट्यूट्स के 5 लाख स्टूडेंट्स को होगा फायदा

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abhisheksingh@inext.co.in

BAREILLY: यूपी टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) ने स्टूडेंट्स के लिए मास्टर्स स्ट्रोक की तैयारी कर ली है। असल में यूपीटीयू ने केवल स्वरूप में बदलाव की कवायद कर रही है बल्कि एकेडमिक एक्सिलेंस में भी आमूल-चूल परिवर्तन की तैयारी है। इसी क्रम में यूपीटीयू अपने स्टूडेंट्स को ई-टेक्स्ट बुक्स उपलब्ध कराने जा रहा है। ये टेक्स्ट बुक कई मायनों में कुछ खास होगी। असल में यूनिवर्सिटी के चुनिंदा टीचर्स के बेहतर कंटेंट को ई-टेक्स्ट बुक्स के रूप में तैयार किया जाएगा। जिसे यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी 800 इंस्टीट्यूट्स के करीब भ् लाख स्टूडेंट्स फायदा उठा सकेंगे। ऐसे में आने वाले दिनों में स्टूडेंट अपने सब्जेक्ट से रिलेटेड बेहतर नोट्स के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। अपने सब्जेक्ट में एक्सपर्ट टीचर्स के कंटेंट उनके लिए ट्यूटोरियल का काम करेंगे। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने सभी इंस्टीट्यूट्स को निर्देश जारी कर दिए हैं।

फ‌र्स्ट फेज में ख्भ् मेन सब्जेक्ट्स की बुक

यूपीटीयू की अपनी बुक्स तैयार करने के लिए वीसी प्रो। आरके खांडल ने एफिलिएटेड सभी इंस्टीट्यूट्स को लेटर जारी किया है। बीटेक, बायोटेक, बीआर्क, होटल मैनेजमेंट, एमबीए, बीफार्मा, फैशन डिजाइनिंग समेत यूनिवर्सिटी द्वारा पढ़ाए जाने वाले सभी कोर्सेज की बुक्स तैयार कराई जाएंगी। पहले चरण में ख्भ् मेन सब्जेक्ट्स के ई- कंटेंट तैयार करने की योजना है। इसके लिए वीसी ने इंस्टीट्यूट्स के टीचर्स से बुक्स के ऑथर बनने का प्रपोजल दिया है, जो इच्छुक हैं उन्हें अप्लाई करने को कहा गया है। कोर्स से रिलेटेड क्लास में जो भी पढ़ाते हैं उनके नोट्स तैयार कराए जाएंगे। इसके अलावा, यूपीटीयू सब्जेक्ट एक्सप‌र्ट्स के एडिटर पैनल भी तैयार करेगा। जो नोट्स का रिव्यू करेंगे, उनकी एडिटिंग कर जरूरत के अनुसार मॉडीफाई और अपडेट करेंगे। केवल बेहतर टीचर्स के बेहतर इनोवेटिव नोट्स ही स्वीकार किए जाएंगे। जिनके नोट्स बेहतर होंगे वे अपने सब्जेक्ट के बुक्स के ऑथर नियुक्त कर दिए जाएंगे। यही नहीं इसके लिए उन्हें एमएचआरडी के अनुसार मानदेय भी दिया जाएगा।

टेक्निकल सपोर्ट देगी ड्रैगन फ्लाई

नोट्स को फाइनली तैयार करने के बाद उसका ई-कंटेंट तैयार किया जाएगा। यूपीटीयू ने अपने आप को हाईटेक करने के लिए इस बार ड्रैगन फ्लाई नाम की कंपनी से मेमोरेंडम साइन किया है। यह यूपीटीयू के लिए ई लर्निग हब तैयार करेगा। कंटेंट को पूरी तरह से डिजिटल बनाया जाएगा। इसके बाद इसे यूपीटीयू की वेबसाइट पर ही डिजिटल पोर्टल ओपन कर ऑनलाइन कर दिया जाएगा। जिसका यूपीटीयू किसी भी कोर्स का कोई भी स्टूडेंट लाभ उठा सकेगा। यही नहीं यह ई-कंटेंट बाद में दूसरे यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के लिए भी अवेलेबल होगा।

मोबाइल पर डॉउनलोड और व्हाट्सएप पर होगा शेयर

ड्रैगन फ्लाई के साथ करार करने के बाद यूपीटीयू बड़े पैमाने पर डिजिटलाइजेशन की तरफ कदम बढ़ा रहा है। वर्चुअल व‌र्ल्ड के जरिए एकेडमिक एक्सिलेंस को बेहतर बनाने की कवायद की जा रही है। डिजिटल पोर्टल की मदद से किसी भी इंस्टिट्यूट्स में स्मार्ट क्लासेज के जरिए इन ई-कंटेंट से पढ़ाई की जा सकती है। यूपीटीयू का यह पोर्टल और ई-टेक्स्ट बुक्स विजुअल और ऑडियो कंटेंट से भी भरपूर होगा। वहीं स्टूडेंट्स तक रीच आसान हो इसके लिए मोबाइल पर डॉउनलोड की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। स्टूडेंट्स अपने कैंपस में उपलब्ध वाई-फाई के जरिए इन लेक्चर्स को मोबाइल पर डॉउनलोड कर सकेंगे। इसके साथ ही व्हाट्सएप पर भी शेयर कर सकेंगे। टीचर्स चाहें तो टेक्किनक की हेल्प से व्हाट्सएप पर असाइनमेंट भी शेयर कर सकते हैं। इन नोट्स का वे प्रिंटऑउट भी निकाल सकेंगे।

एक्सप‌र्ट्स की गाइडेंस से सुधरेगा भविष्य

यूपीटीयू ने योजना को नेक्स्ट सेशन ख्0क्ब्-क्भ् से लागू करने का मन बना लिया है। जिसको लेकर सभी को लेटर भी जारी कर दिया है। सब्जेक्ट्स के चुनिंदा एक्स्प‌र्ट्स टीचर्स की कंटेंट से स्टेट के किसी भी कोने में बैठा यूपीटीयू का स्टूडेंट अपने नॉलेज में क्वालिटेटिव इंप्रूवमेंट कर सकता है। इस योजना के बाद वह केवल अपने ही क्लास की पढ़ाई का ही मोहताज नहीं रहेगा। एक्सप‌र्ट्स के ई-बुक्स के द्वारा उसे ओवरऑल गाइडेंस मिलेगी। जिससे वह अपने आपको अपडेट कर अपना फ्यूचर ब्राइट कर सकेंगे।

डिजिटलाइजेशन से इंस्टीट्यूट्स का एकेडमिक एक्सिलेंस तो बेहतर होगा ही साथ ही स्टूडेंट्स को भी एक्सप‌र्ट्स की गाइडेंस मिलेगी। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए यह बहुत जरूरी है। सभी स्टूडेंट्स एक तरह से ग्रूम होने चाहिए।

- प्रो। आरके खांडल, वीसी, यूपीटीयू