1 अगस्त को दोनों भागकर चले गए थे अजमेर
इलाहाबाद की मस्जिद में किया निकाह
BAREILLY: सुभाषनगर में सिपाही की लड़की को भगाकर ले जाने वाले युवक को पुलिस ने लड़की के साथ बरामद कर लिया है। युवक ने लड़की के साथ इस्लाम धर्म के तहत शादी भी कर ली। दोनों अजमेर में रूम बदल-बदलकर रह रहे थे। खर्चे के लिए स्कॉलरशिप में मिले रुपये खर्च कर रहे थे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
विरोध पर शादी का फैसला
फैज, किला का रहने वाला है। वह पीलीभीत रोड स्थित एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में बीटेक फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। सुभाषनगर की रहने वाली लड़की भी इसी कॉलेज में बीकॉम आनर्स पढ़ती है। दोनों इंस्टीट्यूट की बस से ही साथ जाते हैं। बस में आते-जाते ही दोनों की मुलाकात हुई। मुलाकात दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। जब इस बारे में परिजनों को पता चला तो उन्होंने विरोध किया। इस पर दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया।
हाईकोर्ट में नहीं हो पायी शादी
फैज ने बताया कि वह क् अगस्त को छात्रा को अपने साथ लेकर चला गया। सबसे पहले वह अजमेर शरीफ गया। यहां से दोनों इलाहाबाद गए और यहां की एक मस्जिद में निकाह कर लिया। निकाह करने के बाद लड़की का धर्म बदलकर नाम फिजा रख दिया गया। उसके बाद दोनों ने हाईकोर्ट में भी कोर्ट मैरिज के लिए अप्लाई किया लेकिन दोनों की शादी नहीं हो सकी। इधर लड़की के सिपाही पिता ने सुभाषनगर थाना में भी शिकायत की जिस पर पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी।
स्कॉलरशिप के पैसों से िकया खर्चा
फैज ने बताया कि उसके एकाउंट में पहले से क्भ् हजार रुपये जमा थे। इसके अलावा उसे फ्0 हजार रुपये की स्कॉलरशिप भी मिली थी। इसके अलावा फिजा भी घर से क्7 हजार रुपये लेकर आयी थी। इन्हीं रुपयों से वे अजमेर में पति-पत्नी बनकर रह रहे थे। पकड़े ना जाएं, इसके लिए हर पांच से छह दिन में रूम चेंज कर देते थे। फिजा के घर वाले भी फोन पर संपर्क बनाए हुए थे। इसी दौरान भैया दूज पर मिलने के लिए फिजा को परिजनों ने बुलाया। उन्होंने कहा कि वे दोनों की शादी कर देंगे लेकिन उन्होंने लड़के को पुलिस में पकड़ा दिया। इस मामले में लड़की के परिजन कुछ भी बोलने का तैयार नहीं है। एसएचओ ने बताया कि दोनों को बरामद कर लिया गया है। जैसा लड़की के परिजन चाहेंगे वैसे ही कार्रवाई की जाएगी क्योंकि इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं करायी गई थी।