- सर्किल रेट बढ़ने की डर से बैनामा कराने वालों में होड़
- डेली 100 से अधिक लोग करा रहे हैं प्रॉपर्टी का बैनामा
- बरेली डिस्ट्रिक्ट में अब तक 21 करोड़ तक का स्टॉम्प आ चुका
BAREILLY: एक अगस्त से सर्किल रेट बढ़ने के डर से प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। पिछले कुछ दिनों में रजिस्ट्री विभाग में करोड़ों रुपए का स्टॉम्प आ चुका है। हालांकि एक ओर जहां प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त तेज हो गई है, वहीं कई लोग विभाग में आपत्तियां भी डाल रहे हैं। जुलाई महीने में अब तक दो दर्जन से अधिक आपत्तियां आ चुकी हैं। सर्किल रेट बढ़ने को लेकर लोग कई तरह की समस्या जता रहे हैं, बावजूद इसके रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
रजिस्ट्री अॉफिस फुल
इन दिनों फर्स्ट और सेकेंड दोनों रजिस्ट्री ऑफिस फुल चल रहे हैं। इसी का ही नतीजा है कि जुलाई महीने में बरेली डिस्ट्रिक में करीब ख्क् करोड़ रुपए का स्टॉम्प आ चुका है। ऑफिसर्स के अनुसार बदायूं म्क्7.7म् लाख, पीलीभीत से फ्म्ख्.0क् लाख और शाहजहांपुर से 7ब्भ्.ख्0 लाख रुपए का स्टॉम्प रजिस्ट्री के लिए आ चुके हैं।
घंटों कर रहे वेट
एक ही समय में आवश्यकता से अधिक भीड़ होने के चलते रजिस्ट्री होने में काफी वक्त लग रहा है। ऑफिशियल फॉर्मेल्टी पूरी करने में लोगों को मॉर्निग से लेकर देर रात तक वेट करना पड़ रहा है। प्रजेंट टाइम में पर डे फर्स्ट और सेकेंड रजिस्ट्री ऑफिस में क्00 से क्ख्भ् बैनामे हो रहे हैं, जबकि सर्किल रेट बढ़ने की घोषणा से पहले बमुश्किल 70 से 80 बैनामे हो पाते थे। फर्स्ट के रजिस्ट्रार शिव शंकर पाल ने बताया कि इस टाइम लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
छुट्टी का असर बेअसर
हालांकि इस बीच संडे,आखिरी जुम्मा की छुट्टी की वजह से रजिस्ट्री होने में थोड़ी बहुत समस्या आई है, लेकिन छुट्टी के बाद भी मैक्सिमम लोग एक अगस्त से पहले प्रॉपर्टी खरीदने की जुगत में लगे हुए हैं।
महिलाओं के नाम पर ज्यादा
मैक्सिमम लोग बैनामा महिलाओं के नाम करा रहे हैं, जिससे टैक्स में छूट मिल सके। जो प्रॉपर्टी आवास विकास क्षेत्र में है उनका स्टॉम्प वैल्यू प्रति एक हजार की प्रॉपर्टी पर पुरुष के लिए 70 रुपए और महिलाओं के लिए म्0 रुपए है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के लिए पुरूष के नाम बैनामा होने पर भ्0 और महिलाओं के नाम बैनामा होने पर ब्0 रुपए का स्टॉम्प प्रति एक हजार की प्रॉपर्टी पर जमा करना होता है।
आपत्तियां भी ख्ाूब आ रही
कई लोग ऐसे भी हैं जो नया सर्किल रेट आने में आपत्तियां डाल रहे हैं। पिछले कुछ ही दिनों में फर्स्ट और सेकेंड दोनों रजिस्ट्री ऑफिस में फ्0 से अधिक आपत्तियां आई हैं। जिनमें से कुछ लोग नए सर्किल रेट के फेवर में हैं, वहीं कुछ लोग बढ़े हुए सर्किल रेट को घटाने के पक्ष में हैं। सेकेंड के रजिस्ट्रार प्रवीण यादव ने बताया कि बेसिकली तीन तरह की आपत्तियां आई हैं, एक जो लोग रेट कम कराना चाहते हैं, दूसरी जो लोग बढ़े हुए रेट से संतुष्ट हैं और तीसरी सबसे बड़ी वजह यह है कि खसरा नंबर कही का कही शो कर रहा है। इसके लिए तहसील से संपर्क कर जांच की जा रही है।
क्या चाहिए डॉक्यूमेंट
ऑफिसर्स की मानें तो बैनामे के वक्त प्रॉपटी खरीदने और बेचने वालों के पास एक लेखपत्र जिस पर प्रॉपर्टी का जिक्र होना चाहिए। दोनों लोगों की आईडी मस्ट है। दस्तावेज से रिलेटेड खतौनी या किसान बही खाता या खसरा में से कोई एक होना अति आवश्यक है। इनमें से कोई एक डॉक्यूमेंट नहीं होने पर बैनामे का प्रोसेस रोक दिया जाता है। वहीं फ्0 लाख रुपए से उपर का दस्तावेज है तो पैन कार्ड का होना आवश्यक है।
इस टाइम लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमारा भी यह प्रयास है कि सेम डे बैनामे की प्रक्रिया पूरी कर दी जाए। प्रॉपर्टी वैल्यू के आधार पर स्टॉम्प मांगे जाते हैं, इसमें शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र का अलग-अलग वैल्यू का स्टॉम्प होता है।
हरि कृष्ण शुक्ला, एआईजी, रजिस्ट्रेशन