- हाइड्रो टेस्टिंग न कराकर वाहन ओनर दे रहे खतरे को दावत

- ज्यादा प्रेशर सहन न कर पाने की वजह से फ्यूल टैंक के फटने का डर

- हाइड्रो टेस्टिंग की डेट 15 से बढ़ाकर 30 नवंबर की गई

BAREILLY: सिटी में सीएनजी से चलने वाले सैकड़ों वाहन हैं, जिनके फ्यूल टैंक की मियाद खत्म हो चुकी है। बावजूद इसके वाहन ओनर इसकी जांच नहीं करा रहे हैं। यह लापरवाही वाहन ओनर पर भारी पड़ सकती है। फ्यूल के प्रेशर से ये सिलेंडर कभी भी विस्फोट कर एक बड़ी घटना का रूप ले सकते हैं। शहर में सिलेंडर जांच का प्रॉपर अरेजमेंट नहीं होने के चलते समस्या और बढ़ गई है। सिटी में सीएनजी से चलने वाले वाहनों की संख्या क्0,000 से भी अधिक है। हर रोज करीब ख्ख्,000 केजी सीएनजी की खपत हाेती है।

हर तीन चाल में होनी चाहिए जांच

रूल्स के अकॉर्डिग तीन साल में एक बार सीएनजी सिलेंडर का हाइड्रो टेस्ट कराना जरूरी होता है। फ्यूल टैंक की प्रॉपर जांच के लिए चीफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर ऑफिसर ने बरेली सहित प्रदेश के सभी सीएनजी पंप इंचार्ज को एक निर्देश जारी किया है। ऑफिसर ने कहा है कि, सिलेंडर का हाइड्रो टेस्ट हुए बिना सीएनजी गैस न दी जाए। हाइड्रो टेस्टिंग जांच के लिए वाहन ओनर को क्भ् नवंबर तक का समय दिया गया था, जिसे बढ़ा कर फ्0 नवंबर कर दी गई है।

सिटी में नहीं है जांच करने वाला प्लांट

शहर में सीएनजी से चलने वाले मैक्सिमम वाहन ओनर फ्यूल टैंक की समय रहते जांच न कराकर खतरे को दावत दे रहे हैं। ओनर्स का कहना है कि सिटी में हाइड्रो टेस्ट के लिए कोई प्लांट नहीं है, जिससे वह समय पर जांच नहीं करा पा रहे हैं। सीएनजी पंप के इंचार्ज ने बताया कि लखनऊ, दिल्ली, कानपुर और आगरा में हाइड्रो टेस्टिंग की सुविध्ा है।

हाई प्रेशर की वजह से फट सकता है

हाइड्रो टेस्टिंग का मेन परपज टैंक की पॉवर को जांचना होता है, क्योंकि टैंक धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। जब फ्यूल पंप पर सीएनजी भरने के लिए प्रेशर दिया जाता है तो, एक्सपायर हो चुका फ्यूल टैंक गैस का प्रेशर सहन नहीं कर पाता है। जिसकी वजह से टैंक से गैस रिसाव का डर बना रहता है। कभी-कभी ज्यादा प्रेशर झेल नहीं पाने के कारण फ्यूल टैंक के फटने का डर बना रहता है।

हाइड्रो टेस्ट न होना खतरा पैदा कर सकता है। टैंक की जांच कराने के लिए समय बढ़ा दिया गया है। वाहन ओनर्स इस महीने तक फ्यूल टैंक का हाइड्रो टेस्ट करा ले, अन्यथा उन्हें फ्यूल नहीं दिए जाएंगे।

मंसूर अली सिद्दकी, इंचार्ज, सीयूजीएल