BAREILLY:
साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई कर रहे स्टूडेंटस के लिए मैथमेटिक्स हमेशा सबसे टफ सब्जेक्ट रहा है, लेकिन इस विषय की आप प्लांड प्रिपेरेशन करें तो आप फुल मार्क्स भी ला सकते हैं। भ्0-भ्0 नंबर्स के दो पेपर्स की तैयारी के लिए प्लांड होकर तैयारी करें। साथ ही यहां हम तैयारियों के लिए जरूरी जिन की-प्वाइंट्स की बात कर रहे हैं, उन्हें जरूर फॉलो करें।
मैथ्स को न समझे हौव्वा
मैथ्स को हौव्वा समझते हुए तैयारी न करें। साइकोलॉजिकल प्रेशर तैयारी में बाधा डालेगा। मैथ में स्टेप वाइज मार्किंग की जाती है, इसलिए क्वेश्चन सॉल्व करते हुए शार्टकट न मारें। मैथ्स में क्वेश्चंस की प्रेक्टिस जरूर करें। तैयारियों को आखिरी वक्त पर न छोड़े। आंसर शीट के हर पेज पर दोनों साइड गैप छोड़कर लिखना शुरू करें। क्वेश्चन के आंसर व यूज हुए फार्मूला को हाईलाइट करने के लिए पेंसिल या ब्लैक स्केच पेन का इस्तेमाल करते हुए बाक्स बना दें। प्रजेंटेशन का ख्याल जरूर रखें, ओवर राइटिंग से बचते हुए नीट एंड क्लीन साल्व करें।
इन टॉपिक्स की रेग्युलर प्रेक्टिस होगी हेल्पफुल
फर्स्ट पेपर की तैयारी के दौरान ध्यान रखें कि एलजेब्रा से सबसे ज्यादा क्वेश्चंस पूछे जाते हैं, इसलिए इसे अच्छी तरह तैयार करें। चैप्टर फक्शंस से क्ब् व स्टेटिस्टिक्स प्रोबैबिलिटी से 9 मार्क्स में क्वेश्चंस पूछे जाते है। एलजेब्रा के साथ ही इन टॉपिक्स की प्रैक्टिस को बराबर टाइम दें। सेकेंड पेपर में कैलकुलस से ख्भ् मार्क्स के क्वेश्चंस आते हैं, कोआर्डिनेटर ज्योमेट्री से क्ख् और वेक्टर से क्0 मार्क्स के क्वेश्चन पूछे जाते है।
इनका रखे ध्यान
पिछले सालों के पेपर्स साल्व करते रहें, टाइम मैनेजमेंट का ख्याल रखें।
फार्मूला डेरिबेशन से संबंधित प्रश्नों को लिखकर याद करें। स्पेशल कंडीशन वाले क्वेश्चंस की खास प्रेक्टिस करें।
स्टूडेंट्स क्वेश्चंस की रेग्युलर प्रेक्टिस करें तब ही इसे सही से अटेंप्ट कर सकेंगे। क्वेश्चन सॉल्व करते समय कभी भी शार्ट कट मैथड का इस्तेमाल न करें। वैक्टर को अच्छी तरह कवर कर लें, फार्मूले को एक चार्ट पर लिखकर रोज याद करें।
- संदीप इंदवार, प्रिंसिपल-एसवी इंटर कालेज