विदेशी भी जुड़े
वैसे यहां की रामलीला से प्रभावित होकर अमेरिका का पामेला ने पिछले वर्ष केवट की पत्नी का रोल प्ले किया था। इस वर्ष उनके साथ आए तीनों बच्चों ने राम विवाह के दिन माता सीता की सखियों के रोल निााए। असल में पीएचडी करने के सिलसिले में पामेला पांच साल पहले यहां आई थीं। तब से हर बार रामलीला में शामिल होने आती हैं।
राम के रोल में management guru
सुभाषनगर के रामलीला में लास्ट 12 ईयर्स से अजय शर्मा राम का रोल प्ले कर रहे हैं। अजय सिटी के मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। इसके अलावा वह मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स को कोचिंग भी देते हैं। सुबह छह बजे से रात बजे तक काम करने के बाद राम का रोल प्ले कर रहे हैं। इतने बिजी शेड्यूल में मैनेज करने के सवाल पर अजय ने बताया कि रोल अब उनके जेहन में रच-बस चुका है। अब तो उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा है। वह कहते हैं यह सही है कि इन दिनों मैं मुश्किल से तीन-चार घंटे ही आराम कर पाता हूं।
साल भर करती हूं इंतजार
बीआई बाजार में सजने वाले दुर्गा पूजा पंडाल की डेकोरेशन की पूरी जिम्मेदारी आईवीआरआई की सीनियर रिसर्च स्कॉलर दीपिका के जिम्मे ही रहती है। दीपिका बताती हैं कि जब मैं पांच साल की थीं तब से मां के साथ डेकोरेशन में हेल्प के लिए आती थी। धीरे-धीरे मेरे ऊपर डेकोरेशन की जिम्मेदारी बढ़ती गई। बीते पांच सालों से इस पंडाल के डेकोरेशन की जिम्मेदारी मेरे ही कंधों पर है। हर बार इस पंडाल क ो किसी नई थीम पर ही डेकोरेट करती हैं। इसमें उन्हें तकरीबन पांच दिन का समय लग जाता है। इस बार पंडाल को फ्लावर्स से डेकोरेट किया है।
Students करते हैं acting की समीक्षा
राजकुमार तिवारी पिछले 13 साल से लक्ष्मण का रोल प्ले कर रहे हैं। यह रोल उन्हें क्लास 10 में पढ़ाई के दौरान मिला था। इस समय वह सिटी के एक इंटर कॉलेज में इंग्लिश के लेक्चरर हैं। इसके अलावा स्टूडेंट्स को एक्सट्रा क्लासेज भी देते हैं। उन्हें लक्ष्मण का यह रोल रोमांचित करता है। वह कहते हैं, मेरा स्वभाव भी लक्ष्मण के जैसा ही है। वह कहते हैं जब वह सुबह कॉलेज जाते हैं तो उनके स्टूडेंट्स उनके रोल की समीक्षा करते हैं। वह यह भी बताते हैं कि कौन सा डॉयलाग मैंने अच्छा बोला। इस लिए मेरे ऊपर काफी दबाव भी रहता है।
'मेघनाद' हैं 'रावण' के गुरू
रावण का किरदार निभाने वाले दीपक सिंह ने बताया कि वह 12 साल से यह रोल प्ले कर रहे हैं। वास्तव में, वह एक ट्रांसपोर्टर हैं। और जब ग्रेजुएशन में थे तब से ही यह रोल प्ले कर रहे हैं। पर जब रामलीला का समय आता है तो वह सारा काम छोड़कर रोल प्ले करने के लिए आ जाते हैं। ऐसी ही स्थिति रामलीला में मेघनाद का रोल प्ले कर रहे डॉ। जितेंद्र शर्मा का भी है। वह एनआईसी में जॉब करते हैं और इस समय शाहजहांपुर में पोस्टेड हैं। पर उत्साह में कोई कमी नहीं है। डेली अप-डाउन के बावजूद भी वह रोल के लिए पूरी तरह संजीदा है। उन्हें इस रामलीला से जुड़े 32 साल हो चुके हैं। वह डायरेक्टर से लेकर पर्दे पर भी तमाम किरदार निभा चुके हैं। खास बात यह है कि वह पहले रावण का रोल प्ले करते थे और दीपक के गुरु भी हैं।
नवरात्र में भक्तिमय हुआ शहर
इन दिनों सिटी का माहौल भक्तिमय हो चुका है। कहीं रामलीला के रंग हैं तो कहीं डांडिया के थाप। नवरात्र में देवी मंदिरों में गीत-छंद के प्रोग्राम जारी हैं तो दुर्गा पूजा के पंडाल सज चुके हैं। सैटरडे को पंडालों में मूर्ति स्थापना होनी है। इसके साथ ही बरेलियंस घरों में भी देवी जागरण, कीर्तन का आयोजन कर रहे हैं।
उमड़ रही भीड़
सुभाषनगर, मढ़ीनाथ, जोगी नवादा, राजेंद्र नगर और चौधरी तालाब में रामलीला का मंचन जारी है। मॉडल टाउन और बरेली क्लब में मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। सुभाषनगर में फ्राइडे को सीता हरण का मंचन हुआ तो पूरा पंडाल भरा था। वहीं कमेटी वालों की मानें तो सीता हरण के बाद से तो दर्शकों की भीड़ बढऩे
लगी है। चौधरी तालाब में अनुसुइया मिलन, पंचवटी निवास, दशरथ मरण का मंचन हुआ।
देवी मंदिरों में श्रद्धा का मेला
मंदिरों में सुबह और शाम को आरती के दौरान काफी भीड़ रहती है। वहीं दोपहर में महिलाओं के गीत और छंदों के कार्यक्रम जारी रहते हैं।
बिखरे डांडिया के रंग
रामपुर गार्डन में चल रही डांडिया नाइट का भी फ्राइडे का भी समापन हो गया है। इस मौके पर ऑर्गनाइजर अभि मेहता ने बताया कि चार दिन तक चले कार्यक्रम में लोगों ने जमकर मस्ती की और यह काफी इंट्रस्टिंग रहा।
आज से सजेगा पंडाल
सैटरडे को षष्ठी के दिन सिटी में दुर्गा पूजा पंडालों में मूर्ति स्थापना की जाएगी। यह स्थापना कोलकाता से आए पंडित विधि विधान से कराएंगे। सभी जगह पंडालों की डेकोरेशन पूरी हो चुकी है। वहीं कई पंडालों में मूर्ति भी रख दी गई है। शिवेश डे ने बताया रेलवे इंस्टीट्यूट के पंडाल में मूर्ति तो आ गई है। इसकी विधिवत स्थापना सैटरडे शाम को होगी। मूर्तियों में ढाक का साज किया गया है। वहीं बीआई बाजार में भी तैयारी का फाइनल टच दे दिया गया है। इसके अलावा सिटी में इज्जतनगर, कृष्णानगर, दुर्गाबाड़ी, चौपला में भी पंडाल तैयार हैं।