-सुभाषनगर के बेहटी में भाई ने भाई को कुल्हाड़ी से काटकर की हत्या
-बीकॉम का एग्जाम देकर पहुंचा घर और कर दिया जानलेवा हमला
-जमीन के बंटवारे को लेकर पिता-मां और भाइयों की पिटाई से था नाराज
BAREILLY: वह सुबह बीकॉम का एग्जाम देने गया था। एग्जाम के रिजल्ट तो पता नहीं लेकिन इस एग्जाम के बाद उसने एक और एग्जाम दिया। वह एग्जाम था भाई के मर्डर का, जिसमें वह पूरी तरह पास हो गया था। जिन किताबों से वह एग्जाम की तैयारी कर रहा था उनपर पड़े खून के छींटे पूरे वाकये को खुद बयां कर रहे थे। सुभाष नगर के बेहटी में दिनदहाड़े हुई इस घटना के बारे में जिसने सुना वह स्तब्ध रह गया। पूरे एरिया में दहशत फैल गई। क्या वजह थी कि एक भाई, दूसरे भाई के खून का प्यासा बन गया। आइए जानते हैं।
ख्क् बीघा जमीन के थे 7 हकदार
ख्क् वर्षीय टिंकू सुभाषनगर के रामगंगा चौकी अंतर्गत बेहटी गांव में रहता था। उसके परिवार में पिता भारत सिंह, मां ओमवती और म् भाई धर्मेद्र सिंह, रमेंद्र सिंह उर्फ छुट्टन, धर्मपाल, रमेश, रिंकू और पिंटू हैं। टिंकू प्राइवेट काम करता था। वह शराब का भी आदी था। धर्मेद्र अपनी ससुराल में रहता है और रमेन्द्र भी घर से अलग रहता है। रमेश पैरों से विकलांग है। भारत सिंह पूर्व ब्लाक प्रमुख श्यामसिंह के बहनोई हैं। श्यामसिंह की पुत्रबधू कुमकुम पत्नी कृष्णा महेशपुरा की ग्राम प्रधान हैं। उनके पास ख्क् बीघा जमीन थी। उन्होंने ढाई-ढाई बीघा कर अलग रह रहे तीन बेटों को जमीन दे दी थी। इसके अलावा क्भ् बीघा जमीन बेचकर गांव में दो मंजिला मकान बनवा दिया था। उनके म् बेटों में से किसी ने पढ़ाई नहीं की लेकिन वह सबसे छोटे बेटे पिंटू को पढ़ाई करा रहे थे ताकि वह सरकारी नौकरी पा सके और उनके बुढ़ापे का सहारा बन सके। पिंटू बीसीबी से बीकॉम फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
दो बीघा जमीन की कर रहा था डिमांड
टिंकू शराब का आदी था। वह पिछले भ् से म् महीने से भारत सिंह से दो बीघा जमीन की मांग कर रहा था। लेकिन सबसे बड़ा सवाल था कि जमीन रिंकू को मिलती कैसे क्योंकि सिर्फ 7 बीघा जमीन बची थी और यह पहले से ही तीन भाइयों में बंटी थी। भारत सिंह ने बताया कि संडे रात करीब साढ़े आठ बजे टिंकू शराब के नशे में आया और जमीन का बंटवारा करने की मांग करने लगा। इसको लेकर झगड़ा हो गया। टिंकू ने पहले उनका गला दबाकर मारने का प्रयास किया। उसके बाद उसने मां ओमवती की डंडों से पिटाई की। इसके अलावा उसने पिंटू के साथ भी गाली-गलौज व मारपीट की। सभी लोग घर से बाहर चले गए तो टिंकू ने ओमवती को घर में बंधक बना लिया। रमेंद्र ने जाकर मां काे बचाया।
चारपाई पर सोते वक्त िकया हमला
भारत सिंह ने बताया कि झगड़े के बाद वह अपनी ससुराल महेशपुरा चले गए थे। इसके अलावा भी घर के सभी सदस्य मंडे सुबह बाहर चले गए थे। पिंटू एग्जाम देने के लिए कालेज गया था। जब वह वापस आया तो उसने सुना कि सुबह भी मां के साथ टिंकू ने मारपीट की। इसी बात पर उसे गुस्सा आ गया और उसने घर में रखी कुल्हाड़ी से टिंकू पर हमला कर दिया। टिंकू घर के अंदर चारपाई पर सो रहा था जिससे वह अपना बचाव भी नहीं कर पाया। पिंटू ने टिंकू की गर्दन, चेहरे और सिर में वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या करने के बाद पिंटू आराम से भाग गया। जब घर में रमेंद्र पहुंचा तो उसने देखा कि रिंकू की डेड बॉडी पड़ी थी। उसने अपने चचेरे भाई चौकीदार नामवर सिंह को इसकी सूचना दी। नामवर ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
मां का रो-रोकर बुरा हाल
जिस टिंकू ने मां की पिटाई की थी उसी टिंकू की मौत पर मां ओमवती का रो-रोकर बुरा हाल था। कभी अपने दूसरे बेटे से लिपटती तो कभी किसी और से। सभी उसे ढांढस बंधाने में लगे हुए थे। पिता के आंसू नहीं निकल रहे थे लेकिन हाथ जोड़कर वह अपनी बेबसी जरूर जता रहे थे। विकलांग भाई रमेश कह रहा था कि वह झगड़े से परेशान होकर मंडे ही दिल्ली जाने की तैयारी में था लेकिन अब क्या करे। जिस कमरे में पिंटू ने अपने भाई की कुल्हाड़ी से हत्या की, उसी कमरे में पिंटू पढ़ाई करता था। जिस तरह से पिंटू के हाथ अब खून से रंगे हैं उसी तरह से उसकी किताबें भी खून से रंग गई थीं। पिता साफ कह रहे हैं कि अब पिंटू की पढ़ाई का क्या होगा।
जमीन के बंटवारे को लेकर भाई ने भाई की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या की है। एफआईआर दर्ज कर आरोपी की तलाश की जा रही है।
राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली