बरेली (ब्यूरो)। थाना क्षेत्र के चकरपुर गांव निवासी युवक ने प्रेमिका के चक्कर में पत्नी और चार बच्चों पर डीजल डाल कर उन्हें जीवित ही जलाने का प्रयास किया। चीख-पुकार मचने पर आसपास वालों ने किसी प्रकार उन्हें बचा लिया। पीडि़ता ने मायके में सूचना दी तो उस की भाभी ने वहां पहुंच उस के पति को समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि इस पर आरोपित और उसके भाई ने मिल कर उन पर भी डीजल छिडक़ दिया और आग लगाने का प्रयास किया। किसी प्रकार स्वयं को बचा कर उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिस पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने वहां पहुंच आरोपित को हिरासत में ले लिया
यह है पूरा मामला
थाना क्षेत्र के चकरपुर निवासी लौंगश्री ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उस की शादी दस वर्ष पूर्व चकरपुर गांव निवासी वीरेंद्र से हुई थी। उसके चार बच्चे हैं। उसके अनुसार सेटर्डे को उस का पति दूसरी महिला को घर ले कर आया। उस के साथ दो बच्चे भी थे। उसने जब पति से महिला के बारे में जानकारी की तो उस ने साफ कह दिया कि यह उसक की दूसरी पत्नी है। आरोप है कि विरोध करने पर उस से मारपीट भी की। इतना ही नहीं उसके व उसके बच्चों पर डीजल डाल कर उसे जलाने का प्रयास भी किया।
घंटों तक चली पंचायत
पीडि़ता के अनुसार उस के साथ यह सब होने पर उस ने मायके में फोन कर सारी बात बताई तो संडे की सुबह उस की भाभी उस के घर आईं और उस के पति को समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि समझने के बजाय वह उग्र हो गया और भाई के साथ मिल कर उन के साथ भी मारपीट कर डीजल डाल कर जलाने का प्रयास किया। पीडि़ता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित पति को हिरासत में ले लिया और दूसरी महिला को भी थाने बुला लिया। इस दौरान थाने में घंटों तक पंचायत चलती रही, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला।
मदद की तो आ गया दिल
दरअसल वीरेंद्र और वह महिला एक दूसरे के दूर के रिश्तेदार हैं। तीन वर्ष पूर्व वीरेंद्र उस के घर गया था। वहा बातचीत के दौरान महिला ने जेल में बंद अपने भाई की मदद करने की प्रार्थना उस से की थी, जिस पर वीरेंद्र ने उसके भाई की जमानत कराई। इस बीच दोनो की बातचीत रोज होने लगी और धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। उधर उस महिला का पति भी शराब पी कर आए दिन उस के साथ मारपीट करता था। पति से तंग महिला को वीरेंद्र का सहारा मिला तो उसने पति का साथ छोड़ उस के साथ ही रहने का मन बना लिया। पुलिस के बुलाने पर थाने पहुंचे महिला के पति व ससुराल पक्ष के लोगों ने विनीता को समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह किसी हाल में भी पति के साथ जाने के लिए तैयार नहीं थी। उसने साफ कह दिया कि अगर उसे वीरेंद्र से अलग किया तो अपनी जान दे देगी।
बोले अधिकारी
वीरेंद्र ने पहली पत्नी के होते हुए भी दूसरी महिला को घर लाने का प्रयास किया। इस के चलते पति-पत्नी में विवाद हुआ था। पत्नी की शिकायत पर उसे थाने लाया गया था। देर तक चली बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से फैसला कर लिया। महिला अपने पति के साथ तथा वीरेंद्र अपनी पत्नी के साथ घर चला गया।
-दानवीर सिंह, थानाध्यक्ष भमोरा