बरेली (ब्यूरो)। जिले में मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मझगावां और मीरगंज ब्लाक क्षेत्र सर्वाधिक संवेदनशील बना हुआ है। विभिन्न ब्लाक क्षेत्रों में अब तक 1966 मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग हरसंभव बचाव और रोकथाम के उपाय करने का दावा कर रहा है, लेकिन धरातल पर इसका असर नहीं दिख रहा है।

कराई जा रही जांच
मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए सफाई अभियान पर विशेष जोर दिया जा रहा है। शहर से लेकर कस्बों और गांवों तकच्स्वच्छता अभियान चल रहे हैं, लेकिन मलेरिया के बढ़ते मरीज इस बात की चुगली कर रहे हैं कि धरातल पर अपेक्षित काम नहीं हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अब तक जिले में 2,50,120 मरीजों की जांच कराई जा चुकी है, जिसमें से 1,69,611 मरीजों की जांच लैब में कराई गई है।

स्पेशल वार्ड रेडी
पीवी मलेरिया के मरीजों की संख्या 1,784 जबकि पीएफ मलेरिया केस 164 हैं। जबकि आठ मरीजों में पीवी और पीएफ दोनों के लक्षण पाए गए हैं। भमोरा में पीएफ मलेरिया के मरीजों की संख्या 66 जबकि मझगावां में 69 है। स्वास्थ्य विभाग मरीजों की जांच कराने के साथ उन्हें दवाएं उपलब्ध करा रहा है। गंभीर मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल में विशेष वार्ड बनाया गया है।

संख्या - ब्लॉक - मलेरिया के मरीज
1- बरेली अर्बन - 14
2- क्यारा - 84
3- भमोरा - 253
4- मझगागावां - 407
5- आंवला - 6
6- रामनगर - 67
7- मीरजगंज - 415
8- फतेहगंज पश्चिमी - 302
9- बिथरी चैनपुर -129
10- भोजीपुरा - 16
11- एमएन बख्श- 12
12- शेरगढ़ - 172
13- बहेड़ी - 6
14- फरीदपुर - 12
15- कौडांडा- 18
16- नवाबगंज - 21
17- दलेलनगर - 32
- मलेरिया के कुल मरीजों की संख्या - 1966
- पीवी मलेरिया के मरीजों की संख्या - 1784
- पीएफ मलेरिया के मरीजों की संख्या - 164


वर्जन
मलेरिया की जांच का दायरा बढ़ाया गया है। जहां से भी मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं वहां आसपास के लोगों की भी जांच कराई जा रही है। मझगावां और मीरगंज क्षेत्र में मलेरिया के सबसे ज्यादा मरीज हैं यहां सतर्कता बरतीच्जा रही है। ग्रामीणों को स्वच्छता के लिए जागरूक किया जा रहा है। गंभीर मरीजों को मलेरिया वार्ड में भर्ती कराकर उनका उपचार कराया जा रहा है।
- डॉ। सत्येंद्र ङ्क्षसह, जिला मलेरिया अधिकारी