- थर्डडे को चांद दिखने के साथ फ्राइडे को रोजेदारों ने रखा पहला रोजा
-दिनभर बाजार में रोजे से जुड़े सामानों की होती रही खरीदारी, खूब रही चहप-पहल
BAREILLY:
माह-ए-रमजान की शुरुआत थर्सडे को चांद दिखने के साथ हो गई। इसी के साथ ही फ्राइडे से रोजा शुरू हो जाएगा। चांद का दीदार करने के लिए लोग अपनी छतों पर और मैदानों में पहुंचे। चांद का दीदार होते ही लोगों ने मुकद्दस और पाक महीने की एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। इसी के साथ ही इबादतगाहों में रौनक भी बढ़ गई। इससे पहले दिनभर मार्केट में लोगों रमजान से जुड़े हुए सामानों की खरीदारी की।
खजूर से महक उठा बाजार
मार्केट में रमजान की रौनक तो वेडनसडे को ही दिखने लगी थी। थर्सडे को रमजान के लिए बाजार पूरी तरह से तैयार हो गया। खासतौर पर लोगों ने खजूर की खरीदारी की। खजूर विक्रेता आबिद हुसैन ने बताया कि बाजार में जॉर्डन के खजूर 'अजवा' की ज्यादा मांग हो रही है। अजवा की खासियत के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब ने खजूर के पेड़ लगाए थे, उन्हीं की नस्ल के पेड़ों के ही ये खजूर हैं। जिसकी साइज आम खजूर से काफी बड़ी होती है। यह न्यूट्रिशन वाले होते हैं। इसकी प्राइस करीब 16 सौ रुपए से शुरू है। दूसरी ओर खजूर की अन्य वैराइटी में फर्द, खनेजी, कीमिया, बंचेज की प्राइस 80 से एक हजार के बीच अवेलबल है।
70 परसेंट बढ़ी खजूर की डिमांड
खजूर का बाजार भी गुलजार होने लगा है, सिटी की सभी फलमंडियों में खजूर के नग आने शुरू हो गए हैं। मार्केट में बैथलहम, जॉर्डन, ईराक और ईरान, ट्यूनिशिया समेत अरब के अन्य देशों के खजूर बेहद पसंद किए जा रहे हैं। फलमंडी में खजूर विक्रेताओं के मुताबिक यूं तो पूरे साल ही खजूर की बिक्री होती है, लेकिन रमजान में इसकी डिमांड करीब 70 परसेंट अधिक तक बढ़ जाती है, क्योंकि खजूर में कैल्शियम, विटामिंस व अन्य हेल्थ के लिए जरूरी केमिकल्स होने की वजह से यह रोजेदारों के लिए काफी हेल्दी होता है।
फेनी, खजले की िबक्री शुरु
रमजान में दिन और रात भर गुलजार रहने वाले सैलानी मार्केट में फेनी खजले की दुकानें लग चुकी हैं। इसके अलावा दूर-दूर से कारीगर यहां पहुंच रहे हैं। फ्राइडे को पहला रोजा है। इसलिए इन सामानों की डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में फेनी और खजले बनकर तैयार होने लगे हैं। फेनी बनाने वाले इरशाद ने बताया कि सहरी के समय लोग दूध के साथ फेनी और खजला ही खाते हैं। पूरे रमजान माह के दौरान 1 टन फेनी और खजला बिक जाता है।
साफ, सफाई का काम पूरा
सिटी के ज्यादातर मस्जिदों में रंग रोगन काम पिछले एक सप्ताह से चल रहा है। हालांकि थर्सडे तक सारे काम पूरे हो गए। नमाज के दौरान गर्मी का सामना न करना पड़े इसके भी अरेंजमेंट्स कर लिए गए हैं। मस्जिदों में लोगों ने सुविधा के अनुसार कूलर आदि भी लगवाएं हैं। ताकि रोजेदारों को किसी तरह की परेशानी न उठानी पड़े।
जारी किया कैलेंडर
रोजेदारों के लिए सहरी और इफ्तार के टाइम की जानकारी देने के लिए दरगाह आला हजरत की ओर से कैलेंडर जारी किए गए हैं। हालांकि कैलेंडर पूरे साल के लिए है, लेकिन इसमें रमजान के लिए सहरी और इफ्तार का टाइम टेबल भी है। कैलेंडर में सहरी खाने, पांच टाइम की नमाज, तरावी और इबादत में ज्यादा से ज्यादा समय देने के बारे में बताया गया है। दरगाह के लोगों ने बताया कि यह कैलेंडर सभी लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं लोग व्हाट्सएप से मैसेज किए जा रहे हैं। साथ ही इसे दरगाह की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है।
की चांद की तस्दीक
रमजान के पाक महीने के चांद के दीदार की तस्दीक दरगाह आला हजरत के मेंबर ने की। जबकि, शिया समुदाय के पेश इमाम मौलाना शमसुल हसन ने की। फ्राइडे को भोर में लोग सहरी करेंगे। इसके बाद दिनभर न तो कुछ खाएंगे और न ही कुछ पानी तक पीएंगे। शाम को मगरिब की नमाज के बाद इफ्तार होगा।