- 36 वर्षो बाद बना यह संयोग

- शिवरात्रि पर रहेगा अद्भुत संयोग

BAREILLY: फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अदभूत संयोग बनेगा। ऐसा शुभ संयोग फ्म् वर्ष पहले महाशिवरात्रि के दिन बना था। दरअसल महाशिवरात्रि के दिन सकल कार्य सिद्ध योग और शिवपंचक एक दिन पड़ रहा है। इसका लोगों के ग्रह और नक्षत्रों पर शुभ प्रभाव पड़ेगा। यह योग लोगों के लिए काफी शुभ है। शिवरात्रि के दिन केवल क्ख् घंटों तक इस संयोग का प्रभाव रहेगा। ज्योतिषाचार्यो के अनुसार सकलकार्य सिद्धयोग और शिवपंचक योग बिजनेस मैन और लेखन कार्य से जुड़े लोगों के लिए सर्वाधिक लाभप्रद है।

महिलाओं को मिलेगा वर

इस दिन महिलाएं अपने परिवार और समाज के कल्याण की इच्छा से व्रत रखती हैं, जिसे प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। ज्योतिषाचार्य संजय सिंह ने बताया कि प्र का अर्थ विशेष, द का अर्थ कष्ट और ष का अर्थ हरण यानि जीवन के विशेष कष्टों को हरण करने वाला। उन्होंने बताया कि सूर्योदय के समय त्रयोदशी हो व पृथ्वी पर शिववास हो और कर्क, धनु, मकर व मिथुन राशि में चंद्रमा होने पर ही यह संयोग बनता है। इस दिन व्रत का अनुष्ठान करने पर निश्चित तौर पर लाभ मिलता है। प्रदोष का समय सुबह भ्:फ्म् से शाम 8:ब्0 तक और पूजन का मूहूर्त सुबह 8:फ्म् से क्क्:ब्भ् के बीच होने पर यह शुभ फलदायी है।

सकल योग सिद्ध कार्य का मूहूर्त

सकल कार्य सिद्ध योग का असर शिवरात्रि के दिन सुबह से शाम तक केवल क्ख् घंटे रहेगा। इसका प्रभाव लोगों पर चार चरणों में होगा।

प्रथम चरण यशप्राप्ति म्:ख्7 - 9:ख्8

द्वितीय चरण में पारिवारिक सुख 9:ख्9 - क्ख्:ख्8

तृतीय चरण में कष्ट क्ख्:ख्9 - फ्:ख्9

चतुर्थ चरण में सामान्य फ्:फ्0 - 7:फ्0

राशियों पर प्रभाव

राशि प्रभाव

एरीज शुभफलदायक

टेरस शत्रु

जेमिनी सतर्क रहें

कैंसर मानहानि

लिओ सम्मान प्राप्ति

विर्गो मानसिक सुख

लिब्रा ब्यापार बृद्धि

स्कॉर्पियो यश प्राप्ति

सेगिटेरस भवन सुख

कैप्रिकॉन आकस्मिक लाभ

एक्वारिस सामान्य परेशानियां

पिसेस मित्रों का सहयोग

- यह योग महिलाओं के लिए अधिक फलदायी है। व्रत का पालन करते हुए पारिजात के क्08 पुष्पों से भगवान शंकर का पूजन करें।

पं। संजय सिंह, ज्योतिषाचार्य

यह संयोग काफी शुभ फल प्रदान करने वाला है। यह जातकों के कष्टों का हरण करने वाला है। वहीं शिवपंचक योग का लाभ लोग पांच दिनों तक उठा सकते हैं।

पं। राजेंद्र तिवारी, ज्योतिषाचार्य