- मनमानी करने पर एजेंसियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

- बेटर सर्विस देने वाले कंपनी से जुड़ सकेंगे कस्टमर्स

BAREILLY: अगर आप एलपीजी कंपनी से तंग हो गए हैं या फिर समय पर आपका गैस सिलेंडर घर नहीं पहुंचता तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। एलपीजी कंपनियों ने शहर में मोबाइल पोर्टेबिलिटी के तर्ज पर एलपीजी पोर्टेबिलिटी सेवा शुरू कर दी है। इससे यहां के करीब तीन लाख से ज्यादा कस्टमर्स को फायदा होगा। क्योंकि अब आपको एलपीजी कंपनी बदलने की पूरी आजादी होगी।

ये है प्रक्रिया

एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी के साथ ही एजेंसी बदलते वक्त कस्टमर्स को डिस्टिब्यूटर के पास कनेक्शन बंद करने का नोटिस देना होगा। एप्लीकेशन में इसका जिक्र करना होगा कि वह किस एजेंसी से जुड़ना चाहता है और अपना गैस कनेक्शन किस डेट से बंद करवाना चाहता है। इतना ही नहीं कस्टमर रिलेटेड कंपनी की वेब साइट पर जाकर भी पोर्टेबिलिटी के लिए अप्लाई कर सकता है। इसके बाद उन्हें अपने पुरानी एजेंसी की पूरी डिटेल रिलेटेड एजेंसी को फॉरवर्ड करनी होगी।

प्रेशर नहीं डाल सकती है एजेंसियां

एलपीजी पोर्टेबिलिटी के लिए कंपनियां कस्टमर पर प्रेशर नहीं डाल सकती है। वे सिर्फ बेटर सर्विस प्रोवाइड कराने की बात कह कर रिक्वेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए एजेंसियों को तीन दिन का टाइम दिया जाएगा। अगर एजेंसियां कस्टमर पर बेवजह प्रेशर बनाती है तो वे कंप्लेंट्स कर सकते हैं। पोर्टेबिलिटी के बाद मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ जाएगा। इसका सीधा फंडा यह है कि जो बेहतर सर्विस देगा कस्टमर्स उसी कंपनी के पास जाएंगे। एलपीजी पोर्टेबिलिटी में इस तरह की प्रॉब्लम्स कंज्यूमर्स को फेस नहीं करनी पड़ेगी। यहां पर ऑनलाइन फार्म भी भरे जा सकते है।

पासबुक पर क्म् डिजिट

पोर्टेबिलिटी सर्विस के तहत इंडेन, भारत और एचपी तीनों एलपीजी कंपनियां एक-दूसरे से ऑनलाइन कनेक्ट रहेंगी। ऑनलाइन सर्विस होने से ऐजेंसी चेंज करने के बाद भी गैस कनेक्शन नंबर सेम रहेगा। कनेक्शन नंबर चेंज किए बिना दूसरे एजेंसी से जुड़ सकते है। ऑनलाइन सर्विस के चलते तीनों कंज्यूमर के कनेक्शन नंबर क्म् डिजिट के होंगे। क्म् डिजिट से कम नंबर होने पर लास्ट में उतने डिजिट नंबर एड कर क्म् डिजिट के किए जाएंगे।

ये होगा फायदा

- बुकिंग के बाद भी महीनों तक सिलेंडर नहीं देने की प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी।

- कई डिस्ट्रिब्यूटर द्वारा होम डिलीवरी से पहले गैस निकाल ली जाती है अब ऐसा नहीं होगा।

- बुकिंग और होम डिलीवरी का जो टाइम गैप है वह प्रोपर तरीके से मैनेज हो पाएगा।

- होम डिलिवरी के नाम पर अवैध वसूली भी पूरी तरह से बंद हो जाएगी।

- गैस एजेंसियों पर कंज्यूमर को बेहतर सर्विस देने का प्रेशर रहेगा।

- डिस्टिब्यूटर के बीच बेटर सर्विस देने का चैलेंज बढ़ जाएगा।

- टाइम पर गैस की डिलिवरी होगी।

- बुकिंग से ब्8 घंटे के अंदर गैस मिलने की उम्मीद।

बॉक्स

किस कंपनी के कितने कंज्यूमर्स

कंपनी - एजेंसी - कंज्यूमर

इंडेन - क्फ् - ख्,00,000

भारत पेट्रोलियम - भ् - 70,000

एचपी- फ् - फ्फ्,000

तीनों कंपनियों की पोर्टेबिलिटी सर्विस स्टार्ट कर दी गई है। एजेंसियां पोर्टेबिलिटी के लिए कस्टमर पर प्रेशर नहीं बना सकती है। इस सर्विस से कस्टमर को बहुत बेनीफिट होगा।

रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट, रसोई गैस डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन

पोर्टेबिलिटी के दौरान अगर कोई एजेंसी अपनी मनमानी करती है तो कस्टमर कंप्लेंट्स कर सकते है। एजेंसी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

पीवी सिंह, सीनियर एरिया मैनेजर, इंडियन ऑयल