-ट्यूजडे को प्रेमिका की उम्र 18 वर्ष पूरी होने पर कोर्ट ने उसकी इच्छा से दिया प्रेमी के साथ जाने का आदेश

BAREILLY :

कहते हैं किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात तुम्हें उससे मिलाने में लग जाती है, हिन्दी फिल्म का यह डायलॉग बरेली में एक प्रेमी जोड़े ने सच साबित कर दिया। प्रेमी को जीवन साथी बनाने के लिए एक किशोरी को करीब डेढ़ साल तक कोर्ट और अपने ही परिवार वालों से जंग लड़नी पड़ी। परिवार वालों से बगावत करने के बाद आखिर में प्रेमिका ने कोर्ट से प्रेमी को जीवन साथी बनाने की जंग ट्यूजडे को जीत ली। जिसके बाद कोर्ट ने युवती को उसके पति के साथ रहने की इजाजत दे दी।

वहीं किशोरी अपने 8 माह के बेटे के साथ नारी निकेतन से सीडब्ल्यूसी कोर्ट पहुंची जहां से उसने परिजनों के साथ जाने पर जान का खतरा बताया। जिसके बाद कोर्ट ने उसे नारी निकेतन भ्ोज दिया।

पिछले वर्ष ईद पर हुए थे फरार

नवाबगंज थाना कस्बा के नई बस्ती निवासी एक युवती सीडब्ल्यूसी कोर्ट पहुंची, जहां पर युवती ने बताया कि वह हाईस्कूल पास है। और उसे करीब दो साल पहले मोहल्ले के ही तांगा चालक से प्यार हो गया था। जिसके बाद दोनों ने साथ जीने मरने की कसम खाई और पिछली वर्ष ईद से पहले ही घर छोड़कर फरार हो गए। उस समय प्रेमिका की उम्र करीब 16 साल थी। जिस पर किशोरी के परिजनों ने मुकदमा दर्ज करा दिया और पुलिस ने दोनों को अप्रैल 2016 को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद प्रेमी को पॉक्सो एक्ट में जेल और किशोरी को नारी निकेतन भेज दिया, लेकिन किशोरी उस समय गर्भवती थी, जिससे उसने नारी निकेतन में रहने के दौरान एक बेटे को जन्म दिया। इस दौरान किशोरी के परिजनों ने उससे घर चलने के लिए कहा लेकिन उसने साफ इनकार कर दिया। उसने परिजनों से कहा कि वह प्रेमी से निकाह कर चुकी है और उसी के साथ रहना चाहती है। करीब छह माह बाद प्रेमी की कोर्ट से जमानत हुई, तो प्रेमिका नारी निकेतन में थी। प्रेमिका जब बालिग हुई तो नारी निकेतन से उसे सीडब्ल्यूसी कोर्ट में पेश किया गया। जहां पर डॉक्टर डीएन शर्मा, डॉ। डीवी शुक्ला और आरवी शर्मा के सामने उसने पति के साथ जाने की इच्छा जताई। जिस पर उन्होंने युवती को बेटा सहित पति के साथ जाने का आदेश्ा दे दिया।

नहीं जाऊंगी परिजनाें के साथ

नारी निकेतन से एक युवती अपने 8 माह के बेटे के साथ सीडब्ल्यूसी कोर्ट में पेश किया गया। जहां पर उसने मजिस्ट्रेट के सामने अपने ही परिजनों के साथ जान का खतरा बताया, जिसके बाद उसे पुन: नारी निकेतन भेज दिया गया।

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मां की मौत पर टूट गई किशोरी

बरेली: भुता थाना के एक गांव से वर्ष 2016 में गांव के ही प्रेमी के साथ फरार हो गई। जिस पर पुलिस ने उसे फरवरी 2017 में बरामद कर नारी निकेतन भेज दिया। ट्यूजडे को उसे नारी निकेतन से सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां पर उसने मां-बाप के घर जाने की इच्छा जताई, लेकिन इसी दौरान उसे पता चला कि उसकी मां की मौत हो चुकी है। तो वह जोर-जोर से रोने लगी। इस पर नारी निकेतन से उसके साथ आई महिला कांस्टेबल की आंखों में भी आंसू आ गए। किशोरी ने मां की मौत की बात सुनकर घर जाने का निर्णय ही चेंज कर दिया, उसने कहा कि वह मां की खातिर ही घर जाने को तैयार हुई थी, अब मां नहीं है तो वह घर नहीं जाएगी।