- हर 30 घंटे में एक लड़की लव के खातिर छोड़ रही बाबुल का घर
- परिवार व पुलिस के लिए बन रहीं सिरदर्द
- आनर किलिंग के मामले सामने आने पर पुलिस हुई गंभीर
- लड़कियों के अपहरण के मामलों की होगी समीक्षा
BAREILLY: बरेली पर इश्क का बुखार दिन ब दिन चढ़ता ही जा रहा है। यही वजह है कि फ्0 घंटे में एक और भ् दिन में चार लड़कियां बाबुल का घर छोड़कर प्रेमी संग फरार हो रही हैं। पुलिस के आंकड़े भी कुछ यही असलियत बयां कर रहे हैं। जवां दिलों के जाने के बाद उनके फैमिली मेंबर्स को काफी जलालत झेलनी पड़ती है। हालांकि उन्हें इसकी तनिक भी परवाह नहीं होती है। लड़की के परिवार वालों को सोशल और मेंटल प्रॉब्लम से गुजरना पड़ता है। इसका असर आनर किलिंग के रूप में सामने आता है। पिछले दिनों भी आनर किलिंग के ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्होंने पुलिस की भी नींद उड़ा दी है।
बढ़ते जा रहे हैं केसेस
घर छोड़कर भागने के मामलों में अचानक बढ़ोत्तरी आ गई है। थानों में अक्सर मां-बाप अपनी बेटी के गायब होने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। सभी में मां-बाप यही आरोप लगाते हैं कि लड़की को उसका प्रेमी बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। कई मामलों में लड़की अपने साथ घर से ज्वैलरी और जरूरी सामान भी ले जाते हैं। बालिग लड़कियों के साथ-साथ नाबालिग लड़कियां भी अपने प्रेमी के साथ फरार हो रही हैं। सबसे ज्यादा मामले बारादरी, सुभाषनगर व इज्जतगर थाने के हैं।
क्08 लड़कियां छोड़कर गई घर
बरेली पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो क्क्म् एफआईआर लड़कियों को बहला-फुसलाकर, अपहरण कर ले जाने के दर्ज किए जा चुके हैं। इन केसेज को पुलिस आईपीसी की धारा फ्म्फ् व फ्म्म् में दर्ज करती है। वर्ष ख्0क्ब् में क् जनवरी से ख्फ् मई तक क्08 गर्ल्स प्यार की पींगे बढ़ाने के लिए बाबुल का घर छोड़कर जा चुकी हैं। इनमें से पुलिस 7भ् गर्ल्स को बरामद कर कोर्ट में पेश कर चुकी है। ज्यादातर गर्ल्स को पुलिस ने कोर्ट में उसके मां-बाप को सौंप दिया और प्रेमी को जेल भेज दिया।
यहां से स्टार्ट होती है प्राब्लम
जब लड़की प्रेमी संग फरार होती हैं तो उनके सामने कई प्रॉब्लम खड़ी हो जाती है। उनके इस कदम से सबसे ज्यादा हर्ट मां-बाप को होता है। क्योंकि जिस बेटी को उन्होंने बड़े लाड़-प्यार से पाला होता है वह पल भर में उनकी इज्जत दांव पर लगाकर चली जाती है। सोसाइटी में सभी लोग उन्हें ताने मारना स्टार्ट कर देते हैं। उसके बाद शुरू होती है लड़की को वापस अपने घर लाने का सिलसिला, लेकिन जब बात नहीं बनती है तो मजबूरन पुलिस का सहारा लेना पड़ता है। कुछ लोग अपनी बेटी की इस हरकत को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और उसकी व उसके प्रेमी की जान के दुश्मन बन जाते हैं, जिसका नतीजा आनर किलिंग के रूप में सामने आता है।
पुलिस की भी बढ़ जाती है मुसीबत
अपनी खुशियों के लिए लड़की प्रेमी के साथ चली तो जाती है, लेकिन वह पुलिस के लिए भी सिरदर्द बन जाती है। क्योंकि अधिकतर मां-बाप अपनी बेटी को नाबालिग बताकर प्रेमी व उसके घरवालों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराते हैं। उसके बाद पुलिस को आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लड़की को हर हाल में बरामद करना होता है। एक बार लड़की बरामद हो जाती है तो भी पुलिस की प्रॉब्लम कम नहीं होती है। उसके बाद लड़की का मेडिकल कराना होता है और उसे कोर्ट में पेश करना होता है। कोर्ट के आदेश के बाद ही पुलिस का काम खत्म होता है। कई मामलों में लड़का-लड़की शादी कर लेते हैं और हाईकोर्ट से सिक्योरिटी का आदेश पुलिस के पास लेकर पहुंच जाते हैं। ऐसे प्रेमी जोड़ों को भी पुलिस को सिक्योरिटी देना किसी चुनौती से कम नहीं होता है।
ये हैं कुछ मेन वजह
पुलिस की मानें तो लड़कियों के प्रेमी के साथ जाने की कई वजह हैं। कई साल पहले भी प्रेम के किस्से होते थे, लेकिन तब कम्युनिकेशन के साधन ज्यादा नहीं थे। प्रेजेंट टाइम में मोबाइल सबसे बड़ा साधन हो गया है, जिससे गर्ल्स प्रेमी से आसानी से बात कर लेती हैं। फिर क्या आसानी से घर छोड़ने की डेट व टाइम तय हो जाता है और मौका पाकर रफुचक्कर हो जाती हैं। यही नहीं पहले ज्वाइंट फैमिली होती थीं, जिससे परिवार वालों का प्रेशर भी रहता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जैसे ही फैमिली के मेंबर बाहर जाते हैं वो मौका पाकर प्रेमी संग फरार हो जाती है।
आनर के लिए तीन हत्याएं
आनर के लिए इस साल तीन हत्याएं हो चुकी हैं। इनमें से ताजा मामला भोजीपुरा का है। जहां नाबालिग लड़की ने अपनी उम्र से ज्यादा उम्र के शख्स के साथ भाग गई थी। परेशान घरवालों ने उसे फंदे पर लटका दिया और पुलिस के सामने पेश हो गए। मार्च में बहेड़ी में भी पिता ने सम्मान के खातिर अपनी बेटी की हत्या कर शव को तालाब के किनारे दफन कर दिया था। थर्सडे को भी एसएसपी के पास चार ऐसे मामले पहुंचे थे, जिनमें उन्होंने परिवार से आनर किलिंग का खतरा बताया था।
ऐसे केसेस पर रखी जाएगी िवशेष नजर
आनर किलिंग के मामले सामने आने पर पुलिस गंभीर हो गई है। इसलिए प्रेम प्रसंग के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। एसएसपी जे रविन्दर गौड ने प्रेमी के साथ लड़कियों के घर छोड़कर चले जाने वाले मामलों पर विशेष नजर रखना स्टार्ट कर दिया है। ट्रेनी आईपीएस सचींद्र पटेल को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसके तहत सभी थानों में दर्ज आईपीसी की धारा फ्म्फ् व फ्म्म् के तहत दर्ज हुए मुकदमों की समीक्षा की जाएगी। सभी थाना प्रभारियों से उनके यहां दर्ज केसेस और कितने में लड़की बरामद हुई या नहीं और आगे की स्थिति क्या है इसका रिकार्ड साथ लाना होगा। यही नहीं उन्हें अपने एरिया में ऐसे केसेस पर विशेष नजर रखने के लिए भी कहा जाएगा, जिससे ऑनर किलिंग को रोका जा सके। एसएसपी जे रविन्दर गौड ने लड़कियों के भागने के केसेस की समीक्षा करने का डिसीजन लिया है। इसका जिम्मा ट्रेनी आईपीएस सचींद्र पटेल को दिया है। यही नहीं गायब चल रही लड़कियों की जल्द से जल्द बरामदगी के भी निर्देश दिए हैं।