बरेली(ब्यूरो)। लोटस इंस्टीट््यूट के चेयरमैन अभिषेक अग्रवाल को उनके केबिन में घुस कर एक स्टूडेंट ने गोली मार दी। संजोग से आरोपित का हाथ ऐन वक्त पर डिस्बैलेंस हो गया, जिस कारण गोली उन के कान से छूते हुए दाएं गाल में जा फंसी। गोली मारने के बाद आरोपित वहां से भाग खड़ा हुआ। घटना से इंस्टीट््यूट में अफरा-तफरी मच गई। डाक्टर्स ने अभिषेक की हालत खतरे से बाहर बताई है। कंप्लेंट के आधार पर पुलिस ने आरोपित छात्र श्रेष्ठ सैनी के विरुद्ध हत्या के प्रयास की एफआईआर पंजीकृत की है। फिलहाल वह फरार है, पुलिस उस की खोज में जुटी है। बताया जा रहा है कि वह अपने निलंबन को ले कर नाराज था। इस के चलते ही उस ने इस दुस्साहसिक घटना को अंजाम दिया।
ऐसे घटी घटना
अभिषेक अग्रवाल दोपहर करीब 12.45 बजे अपने केबिन में बैठे थे। इस ही बीच थाना प्रेमनगर के जाटवपुरा टायर मंडी निवासी छात्र श्रेष्ठ सैनी उन के चैंबर में पहुंचा। इस से पहले वह कुछ समझ पाते उस ने साथ लाए तमंचे को निकाल कर उन की कनपटी से सटाया और फायर झोंक दिया। इस बीच हड़बड़ाहट में छात्र का हाथ फिसला और तमंचा कनपटी से सरक गया, जिस के कारण उन की जान बच गई। इस दौरान गोली अभिषेक के गाल में जा घुसी और वह घायल हो कर फर्श पर गिर पड़े। उधर गोली मारने के बाद आरोपित आननफानन में तमंचा लहराता हुआ वहां से भाग खड़ा हुआ। उस के हाथ में तमंचा देख किसी को उसे रोकने का साहस न हुआ।
सूचना पर पहुंची पुलिस
घटना के बाद स्टाफ ने तत्काल फरीदपुर पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में फोर्स इंस्टीट्यूट में जा पहुंची। अभिषेक को त्वरित गति से एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। गेटमैन विजय मिश्र के अनुसार आरोपित स्टूडेंट संस्थान से निलंबित चल रहा था। दोपहर में लगभग 12 बजे वह मेन गेट पर पहुंचा था। इस दौरान उस ने प्रेक्टिकल का बहाना बना कर अंदर जाने की बात कही। गेटमैन ने उसे रोका तो वह बोला कि अंदर तो मैं जाऊंगा। इस के बाद वह वहां से चला गया। मेनगेट से उसे अंदर नहीं जाने दिया गया, इस के बावजूद वह अंदर पहुंच गया, इस से अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवत: वह पिछली दीवार को जंप कर अंदर पहुंचा और घंटना को अंजाम दे डाला। अभिषेक के चैंबर से पुलिस को कारतृस का खोल मिला है।
सीसीटीवी निकला खराब
अभिषेक अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि डेढ़ माह पहले आरोपित श्रेष्ठ सैनी ने फैकल्टी डॉ। प्रेम से अभद्रता की थी। इस पर उसे निलंबित कर दिया गया था। वह निलंबन हटाने की मांग कर रहा था। इस पर उस से गार्जियंस को लाने की बात कही गई थी, लेकिन उस ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने बताया कि निलंबन के कारण ही वह उन से रंजिश मान बैठा और उन की जान लेने का प्रयास कर डाला। उधर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखने का प्रयास किया तो पता चला कि वहां के कैमराज ही खराब हैं। अब पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज से जानकारी लेने का प्रयास कर रही है।
क्लास रूम में यूज करता था फोन
जांच के दौरान पता चला कि आरेापित श्रेष्ठ सैनी स्टाफ के मना करने के बाद भी क्लास रूम में मोबाइल फोन यूज करता था। अनुशासन तोडऩे में ही उस पर कई बार फाइन भी लगा। इस के बावजूद वह नहीं माना। जब स्टाफ ने उस पर अधिक सख्ती की तो आरोप है कि उस ने फैक्ल्टी से ही अभद्रता कर डाली।
वर्जन
निलंबन से नाराजगी के कारण स्टूडेंट द्वारा घटना कारित करने की बात सामने आई है। कंप्लेंट के आधार पर उस के विरुद्ध एफआईआर पंजीकृत की है। फिलहाल वह फरार है। उसकी खोज के लिए पुलिस टीम्स को लगाया गया है।
- राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात