फिल्मी स्टाइल में बदमाशों ने धावा बोला----इनसाइड

पहले गोली मारकर कैंटर का टायर किया पंक्चर, फिर मालिक को मारी गोली

नकदी और सामान लेकर फरार, घायल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट

BAREILLY: बड़ा बाइपास शुरू होने के बाद जहां जाम से मुक्ति मिलने की खुशी थी तो क्रिमिनल्स का 'बड़ा' निशाना बनने का भी अंदेशा था। ये आशंका सच भी सबित हुई। पहले तो बड़ा बाइपास पर छिटपुट घटनाएं सामने आई लेकिन मंडे को देर रात बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। बदमाशों ने पहले गोली मारकर कैंटर का टायर पंक्चर किया और फिर मालिक को गोली मारकर नकदी व सामान लूट लिया। पुलिस ने उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। एफआईआर दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में कर रही है।

हरियाणा से ट्रक लेकर चला था विजय

फ्8 वर्षीय विजय कुमार, हरियाणा के शिवाजी कॉलोनी, करनाल का रहने वाला है, उसके कई ट्रक चलते हैं। मंडे को हरियाणा से उसके तीन ट्रक चले थे। एक कैंटर खुद विजय, दूसरा ट्रक ड्राइवर राजू और तीसरा हेल्पर बिट्टू लेकर निकला था। बड़ा बाइपास से पहले सीबीगंज में दोनों ट्रक वाले चाय पीने के लिए रुक गए लेकिन विजय नहीं रुका।

रात में तीन बजे वारदात

रात में करीब तीन बजे इज्जतनगर थाना के अंतर्गत कुम्हरा गांव में उसे तेज आवाज आयी। वह कैंटर रोककर टायर चेक करने उतरा। इसी दौरान आधा दर्जन से अधिक नकाबपोश बदमाश आए और लूटपाट शुरू कर दी। विरोध पर बदमाशों ने सीने में गोली मार दी और ख्0 हजार रुपये, अंगूठी, घड़ी, मोबाइल व अन्य सामान लूट लिया।

विजय ने नहीं हारी हिम्मत

गोली लगने के बाद भी विजय ने हिम्मत नहीं हारी। उसे गश्त करती हुई पुलिस जिप्सी की नीली बत्ती दिखायी दी। वह खुद कैंटर चलाकर पास पहुंचा और पूरी घटना बताई। उसके सीने से खून बहता देख पुलिसकर्मियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना पर रात में ही सीओ थर्ड धर्म सिंह मार्छाल और इंस्पेक्टर इज्जतनगर मोहम्मद कासिम भी पहुंचे। वहीं पुलिस व्हीकल में तैनात बिथरी थाना के कांस्टेबल प्रह्लाद ने विजय को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया।

चाय पीता तो टल जाती वारदात

विजय इस वक्त डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के बेड नंबर म् पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है, लेकिन अगर वह भी अपने साथियों के साथ चाय पीने के लिए रुक जाता तो शायद वारदात ही नहीं होती। सीओ थर्ड धर्म ने बताया कि साथियों ने विजय को भी चाय पीने के लिए रोका था लेकिन वह नहीं रुका।

पहले भी हो चुकी हैं वारदातें

बड़ा बाइपास शुरू होने के तुरंत बाद एक दो ट्रकों को कीलें फेंककर पंक्चर करने का मामला सामने आया था। ट्रक एसोसिएशन के लोगों ने एसएसपी से मिल वारदातों का शिकायत की थीं। अब सनसनीखेज वारदात ने पुलिस के सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। हालांकि, सेफ्टी के लिए बाइपास पर पांच स्थानों पर पिकेट ड्यूटी लगायी जाती है। वहीं, एसएसपी ने सितंबर माह में बड़ा बाइपास समेत बरेली के सभी म् हाइवे पर नाइट पेट्रोलिंग व्हीकल स्टार्ट ि1कए थे।

पुलिस पिकेट सिफर् नाम की

कहने को तो पुलिस पिकेट पांच स्थानों पर लगायी जाती है। इसमें आ‌र्म्ड फोर्स के दो-दो जवानों की ड्यूटी लगती है। लेकिन पुलिसकर्मी सही से ड्यूटी ही नहीं करते। इसके अलावा पुलिस के द्वारा नाइट पेट्रोलिंग के तहत बड़ा बाइपास पर एक व्हीकल लगायी गई है। इस पर एक एचसीपी सहित पांच पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगती है, देखा जाए तो यह गाड़ी भी नाकाफी ही है। बता दें कि बड़ा बाइपास की लंबाई फ्ख् किलोमीटर है। अगर पेट्रोलिंग व्हीकल लगातार मूवमेंट भी करती रहे तो एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने में एक घंटे का समय लगेगा।

बदमाशों के कई अड्डे

बड़ा बाइपास के किनारे-किनारे कई गांव जुड़ते हैं। इसके अलावा किनारे खेत हैं। इन खेतों में बदमाश आराम से रात के अंधेरे में छुप सकते हैं और किसी भी समय वारदात को अंजाम दे सकते हैं। यही नहीं वारदात को अंजाम देकर वह गांव में आसानी से छुप भी सकते हैं।

कोट

बड़ा बाइपास पर गोली मारकर लूट की वारदात हुई है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एक गैंग प्रकाश में आया है। दबिश दी जा रही हैं। बड़ा बाइपास पर सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।

-राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली