फैक्ट एंड फिगर
38-करोड़ से अधिक की है लागत
19-परसेंट हुआ है अब तक काम
2021-वर्ष में शुरू हुआ था निर्माण
2022-मार्च में पूरा होना था निर्माण
बरेली(ब्यूरो)। शहर के लाल फाटक रोड से गुजरना राहगीरों को चुनौती भरा साबित हो रहा है। इस रोड पर कमर तोड़ गड्ढे न सिर्फ हादसे करा रहे हैं बल्कि जानलेवा भी हो रहे हैं.स्थानीय निवासी से रोड से उडऩे वाली डस्ट और होने वाले हादसों से इतना परेशान है कि अफसरों से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने सोशल मीडिया को हथियार बनाया है। अब समाधान की आस में लोग ट्विटर के माध्यम से इस मामले को प्रशासनिक अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि के संज्ञान में लाने का प्रयास कर रहे हैैं।
निर्माण कार्य अधूरा
लाल फाटक रोड के चौड़ीकरण का कार्य पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है। लेकिन लंबे समय से कार्य पेंडिंग होने से लोगों के लिए यह विकास कार्य परेशानी का सबब बन रहा है। यहां रोड की दोनों साइड खोदकर बजरी फैलाकर छोड़ दी गई हैैं, स्थानीय लोगों ने बताया कि यह कार्य कई महीनों से ऐसे ही अधूरा पड़़ा हुआ है।
बारिश में होगा जलभराव
इस रोड पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर गड्ढे बने हुए हैैं। गहरे गड्ढे होने के कारण इसमें कई बार वाहन फंस जाते हैैं। ऐसे में बरसात के मौसम में यहां जलभराव होने की पूरी संभावना है। साथ ही पीडब्ल्यूडी की ओर से अधूरा रोड निर्माण लोगों की परेशानी बढ़ाने का कार्य करेगा। कार्य में इस तरह से ढिलाई जिम्मेदारों की कार्यशैली को दर्शाता हैैं।
हो रहे हादसे
स्थानीय लोगों की माने तो इस रोड पर गड्ढे व अधूरे सडक़ निर्माण के कारण रोजाना हादसे होते रहते हैैं। साथ ही लोगों ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक राहगीर को बजरी में फिसलकर गिरने से गंभीर चोटें आईं थी। कई बार छोटे-बड़े वाहन इनमें फंसकर पलट भी जाते हैैं। रात में तो यह स्थिति और भी ज्यादा भयावह हो जाती है। रात में कई बार वाहन चालक को गड्ढों का अंदाजा नहीं लगता है और हादसा हो जाता है। स्थानीय निवासी दीपक ने बताया कि जिम्मेदारों को पब्लिक सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाना जरूरी है। अधूरा कार्य से लोगों को परेशानी हो रही है। बारिश होने के बाद स्थिति और खराब हो जाएगी।
उड़ रहे धूल के गुबार
लाल फाटक रोड स्थित दुकान स्वामी हेमंत ने बताय कि यहां पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन यहां भी नियमों को दरकिनार किया जा रहा है। पूरे दिन धूल के गुबार उड़ते रहते हंंै। सेतु निगम की ओर से पानी का छिडक़ाव नहीं किया जा रहा है। जिस कारण लोगों में सांस संबंधी समस्या होने की संभावना बनी हुई हैं। साथ ही रोजाना सफाई करने के बाद भी धूल की मोटी चादर दुकान में जगह-जगह बैठ गई हैैं।
ट्विटर ट्विट
केस-1
राम औतार गंगवार ने ट्विटर पर सवाल करते हुए लिखा है कि जहां फ्लाईओवर बनता है। वहां रोड मरम्मत का प्रावधान नहीं होता है। साथ ही लिखा है कि लाल फाटक रोड का हाल एकदम जर्जर है, कोई देखने वाला नहीं है। आखिर बजट कहां खर्च होता है।
केस-2
विक्रम लिखते हैैं कि रोड पर गड्ढों के कारण रोजाना हादसे हो रहे हैैं, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैैं। इसको लेकर जिम्मेदारों को एक्शन लेेने की जरूरत है। जिससे समस्या का हाल हो सके, लोगों को हादसे का शिकार न होना पड़े।
केस-3
ट्विटर पर हेमंत नाम के ट्विटर अकाउंट ने ट्विट किया है कि लाल फाटक ओवर ब्रिज का निर्माण कई वर्षो से चल रहा है। जिस कारण रोड पर पूरे दिन धूल उड़ती रहती है। पुल का निर्माण कार्य सेतु निगम व रेलवे दोनों कर रहे हैैं। लेकिन निर्माण कार्य के दौरान पानी का छिडक़ाव नहीं किया जा रहा है। कृप्या संबंधित को छिडक़ाव करवाने के निर्देश देने के लिए लिखा गया है।
रोड पर गड्ढे के कारण रोजाना हादसे होते हैैं। सामने दुकान में ही रहता हूं, आए दिन हादसों को देखकर लोगों ने जिम्मेदारों से शिकायत की। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
-वसीम
रोड का कार्य पूरा न होने के कारण पब्लिक को काफी परेशानी होती है। बारिश के मौसम में पानी भरने से हादसों अधिक हो सकते हैैं। क्योंकि बारिश में राहगीर गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाता हैैं।
-अशरफ
लाल फाटक ओवरब्रिज निर्माण के कारण यहां पर पूरे दिन धूल उड़ती रहती है। जिससे लोगों को काफी समस्या होती है। साथ ही सांस संबंधी समस्या होने की संभावना बनी हुई है। जिम्मेदारों द्वारा यहां पानी का छिडक़ाव नहीं किया जा रहा है।
-शिवकुमार
लाल फाटक रोड पर निर्माण कार्य को लेकर आज मीटिंग की जाएगी। रोड की मरम्मत का कार्य भी जल्द किया जाएगा। चौड़ीकरण का कार्य बजट आने के बाद शुरू कर दिया जाएगा।
-एम निसार, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी