बरेली ( ब्यूरो। स्मार्ट सिटी में सुविधाएं तो बढ़ाई जा रही हैं, लेकिन बरेलियंस खुद स्मार्टनेस नहीं दिखा रहे हैं। कॉलोनियों में बच्चों के खेलने के लिए बनाए गए पार्कों को यहां आसपास रहने वालों ने ही इस लायक नहीं छोड़ा कि यहां बच्चे खेल सकें। आलम यह है कि कहीं पार्क में गाडिय़ां पार्क की जा रही हैं तो कहीं पार्क की सफाई तक की कोई सुध नहीं ले रहा है। नगर निगम के जिम्मेदार भी पार्कों की देखरेख और इसके मिस यूज को लेकर कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं। इसके चलते पार्क बदहाल होते जा रहे हैं और बच्चे घरों में सिमट कर रह गए हैं। उससे उनका फिजिकल डेवेलपमेंट के साथ ही मेंटली डेवेलपमेंट भी प्रभावित हो रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के कैंपेन हमारे पार्क खाली करो में फ्राइडे को शहर के पॉश एरिया जनकपुरी के पार्कों का हाल देखने टीम पहुंची तो ज्यादातर पार्क बदहाल मिले।
सीन-1
जनकपुरी ब्लॉक-ए
पार्क की बाउंड्री वॉल कई जगह टूट चुकी है। पार्क के अंदर झूले तो लगे हैं, लेकिन जगह-जगह झाडिय़ां उग आई हैं। इससे साफ है कि लंबे समय से पार्क की देखरेख के लिए कोई माली तक यहां नहीं आया। बाउंड्री वॉल टूटी होने की वजह से असमाजिक तत्वों की भी पार्क में आवाजाही रहती है और छुट्टा जानवर भी पार्क में घुस आते हैं। ऐसे में लोगों ने बच्चों को पार्क में भेजना भी बंद कर दिया है।
सीन-2
जनकपुरी ब्लॉक बी
यहां पार्क के गेट पर ताला लटका मिला। पार्क के अंदर जगह-जगह कूड़े के ढेर और झाडिय़ों का अंबार था। स्थानीय लोगों से पूछने पर पता चला कि पार्क में में बहुत दिनों से ताला पड़ा है। इसकी साफ-सफाई भी नहीं हो पाती है। क्योंकि यहां पर गंदगी की वजह से कोई जाना पसंद नहीं करता है। बच्चे घर तक ही सीमित होकर रह गए हैं।
सीन -3
ब्लाक सी के इस पार्क में बच्चे खेल रहे थे। वहीं पर कार पार्क की गई थी। इससे बच्चों को खेलने में दिक्कत हो रही थी। इसके बावजूद लोगों को समझ नहीं आता कि पार्क बच्चों के खेलने के लिए हैं, गाड़ी खड़ी करने के लिए नहीं। स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला कि वहां रहने वाले लोग ही पार्क की अपनी प्रापर्टी समझते हैं।
वर्जन
पार्क बच्चों के खेलने के लायक रहे ही नहीं बच्चे भी पार्र्कों में खेलना पसंद नहीं कर रहें हैं। क्योंकि पार्र्कों में गंदगी भी बहुत है। बहुत समय से पार्क में ताला पड़ा है। कुछ लोगों को जब जरूरत होती है तभी पार्क साफ करवाते हैं। नहीं तो पार्क में गंदा पड़ा रहता है।
प्रेरणा
पिछले बहुत दिनों से पार्क बदहाल पड़ा है। यहां पर कोई देखने तक नहीं आता। बाहर के लोग आकर बाइक खड़ी करते हैं। ऐसे में बच्चों को वहां भेजना सही नहीं लगता है। क्योंकि उनको चोट लगने का डर रहता है। बच्चे तो बच्चे बड़े भी बहुत कम बैठते हैं।
सुषमा
पार्क में बैठने का मन ही नहीं करता। पहले गर्मियों की शाम हो या ठंड की सुबह हो तो पार्क में बैठना अच्छा लगता था। लेकिन अब पार्क में गंदगी के चलते वहां जाने का भी मन नहीं करता है। बच्चे भी वहां खेलना पसंद नहीं करते हैं।
रौनक सिंह
पार्को में अगर किसी भी तरह की असुविधा हैं तो इसके लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। संबन्धित अधिकारी को आदेश दिया जाएगा कि स्थानीय लोगों से सफाई रखने को कहा जाए।
अभिषेक आनन्द ,नगर आयुक्त