-बैरीकेडिंग के बाहर पुलिस का सख्त पहरा देखने को मिला
-पहली बार यूनिवर्सिटी में एलएलबी का एग्जाम कंडक्ट कराया गया
BAREILLY: एलएलबी एग्जाम के पहले दिन सैटरडे को बीसीबी में स्टूडेंट्स ने पहले एडमिट कार्ड लिया फिर बाद में एग्जाम के लिए बैठे। आरयू ने बीसीबी के स्टूडेंट्स का फॉर्म असेप्ट नहीं किया था। बीसीबी ने स्टूडेंट्स से कम फीस वसूली थी। आरयू ने बीसीबी से बाद में फीस वसूलने का वायदा लेने के बाद उनका फॉर्म असेप्ट किया। इस वजह से फ्राइडे देर शाम कॉलेज में एडमिट कार्ड पहुंचे। जिससे स्टूडेंट्स को नहीं मिल पाए। सैटरडे को ख् बजे से एग्जाम था। स्टूडेंट्स ने पहले अपना एडमिट कार्ड कलेक्ट किया और फिर बाद में चेकिंग के बाद एग्जाम रूप में बैठे।
पुलिस के पहरे में शुरू हुआ एग्जाम
इस बार एलएलबी एग्जाम में कई बदलाव किए गए थे, बीसीबी के लिए नए थे। चेकिंग के बाद एग्जाम रूप में बैठै। वहीं ब्लॉक के हर इंट्री प्वाइंट पर कॉलेज ने जबरदस्त बैरीकेडिंग करा रखी है। यही नहीं पिछली गलतियों से सबक लेते हुए कॉलेज ने इस बार एग्जाम की शुरूआत से ही पुलिस की व्यवस्था करा ली थी। बैरीकेडिंग के बाहर पुलिस का सख्त पहरा देखने को मिला। वहीं बीसीबी में पहले ही दिन आरयू का एक फ्लाइंग स्क्वॉयड मुस्तैद रहा। एग्जाम शुरू होते हुए प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने शिक्षकों की टीम के साथ एग्जाम रूम का निरीक्षण किया।
स्टूडेंट्स को नहीं पता था सेंटर का
आरयू ने तीन दिन पहले ही सेंटर की लिस्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया था। बावजूद इसके स्टूडेंट्स को अपने सेंटर का पता नहीं था। वहीं आरयू ने अचानक थर्सडे को क्लासिक लॉ कॉलेज के स्टूडेंट्स का सेंटर चेंज कर यूनिवर्सिटी कैंपस कर दिया। पहली बार यूनिवर्सिटी में एलएलबी का एग्जाम कंडक्ट कराया गया। इससे पहले क्लासिक के स्टूडेंट्स का सेंटर श्रीजी कॉलेज में था। लेकिन क्लासिक के कई स्टूडेंट्स सैटरडे को बीसीबी में एग्जाम देने पहुंचे। बाद में जब उन्हें पता चला तो यूनिवर्सिटी में एग्जाम देने के लिए भागे।
पैर के सहारे लिखी कॉपी
एलएलबी एग्जाम में कई विकलांग स्टूडेंट्स भी अपीयर हुए। इन्हीं में से एक है एलएलएलबी फिफ्थ सेमेस्टर का छात्र नईम। वह रूम नम्बर क्ख् में एग्जाम दे रहा है। नईम के दोनों हाथ कटे हुए हैं। मुरादाबाद स्थित केजीके का स्टूडेंट है लेकिन एग्जाम के लिए उसने अपना सेंटर बीसीबी करा लिया। दोनों हाथ से विकलांग होने की वजह उसने पैर के सहारे अपनी पूरी कॉपी लिखी। वहीं एक छात्रा को ऑपरेशन होने की वजह से तीन घंटे खड़े होकर एग्जाम देना पड़ा। डॉक्टर ने उसे लगातार बैठने से मना किया है। कॉलेज ने स्टाफरूम में उसके लिए डायस की व्यवस्था कर रखी थी। यही एग्जाम के पहले ही दिन कई छात्रनेता व राजनीति में सक्रिय नेता एग्जाम देने पहुंचे। कॉलेज कैंपस के अंदर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के झंडे लगे गाडि़यां देखी गई। वहीं निगम के पार्षद गौरव सक्सेना पहले ही दिन करीब ख्0 मिनट लेट एग्जाम देने पहुंचे।