- बिजली विभाग ने मीटर में शंट लगे 150 मामले सौंपा डीएम को
- एलआईयू से जांच कराकर गैंग को पकड़ने का किया अपील
BAREILLY:
बिजली मीटर में शंट लगाने वाले गैंग का बहुत जल्द ही पर्दाफाश होगा। शंट के जरिए हो रही बिजली चोरी और गैंग पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से बिजली विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। पकड़ने जाने पर एफआईआर दर्ज कर सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया जाएगा। बिजली सप्लाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा शंट के माध्यम से गुल करने वालों की एक अलग से रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस काम के लिए बिजली विभाग के अधिकारी एडमिनिस्ट्रेशन और एलआईयू की भी मदद ले रहा है। ताकि, गैंग को पकड़ने में आसानी हो सके।
डीएम को सौंपी लिस्ट
बिजली विभाग क्ख् जनवरी से एक बड़े लेवल पर सघन चेकिंग अभियान चला रहा है। इन दौरान सैकड़ों लोगों के खिलाफ बिजली की चोरी करने पर कार्रवाई हुई है। लेकिन विभाग के अधिकारियों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द मीटर में शंट लगाने वाले गैंग है। शहर के विभिन्न एरिया में चले चेकिंग अभियान के दौरान अब तक क्भ्0 शंट लगे मीटर पकड़े जा चुके है। इनमें फर्स्ट, सेकेंड व थर्ड तीनों डिविजन के लोग शामिल है। इन सभी की लिस्ट बिजली विभाग ने तैयार कर कार्रवाई के मद्देनजर डीएम संजय कुमार को ट्यूजडे को सौंपी है।
एलआईयू पकड़ेगी गैंग
अभी तक जितने भी शंट के मामले सामने आए है उनकी इंवेस्टिगेशन एलआईयू करेगी। बिजली विभाग के अधिकारियों ने डीएम से एलआईयू के माध्यम से जांच कराने को कहा है। ताकि, एलआईयू यह पता कर सके
कि आखिर किस सफाई से गैंग सील मीटर में शंट लगाने का काम कर रहा है। आखिर इसके पीछे किसका
हाथ है। कहीं इस काम में खुद बिजली विभाग के कर्मचारी तो नहीं शामिल है। या फिर कोई और शातिर इस काम को अंजाम दे रहा है। इन सभी पहलुओं पर एलआईयू का खुफिया तंत्र काम करेगा।
दर्ज होगी एफआईआर
जांच के दौरान पकड़े जाने पर सभी लोगों के खिलाफ बिजली विभाग एफआईआर दर्ज कराएगा। चाहे इस काम में विभाग के कर्मचारी ही क्यों न शामिल हो। बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें, शहर में जितने भी बिजली चोरी के मामले पकड़ में आए हैं, उनमें तीन सबसे प्रमुख कारण है। बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो, शहर में तीन तरह से बिजली की चोरी हो रही है। एक मीटर में शंट के माध्यम से, दूसरा मीटर बाईपास कर और तीसरा कटिया फंसाकर। मीटर बाईपास और कटिया फंसाकर हो रही बिजली चोरी तो आसानी से पकड़ में आ जाती है। लेकिन शंट के मामले जांच के दौरान जल्दी पकड़ में नहीं आ पाते है। लैब में जांच होने के बाद ही ऐसे मामलों का खुलासा हो पाता है।
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विभाग के लिए शंट से हो रही बिजली चोरी एक बहुत बढ़ी समस्या है। ऐसे मामलों की एक अलग से लिस्ट बनायी जा रही है। अभी तक जितने मामले सामने आए है उनकी लिस्ट डीएम साहब को सौंप दी गयी है। ताकि, मीटर में शंट लगाने वाले गैंग को पकड़ने में आसानी को सके।
एनसी अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग