- एक महीने में नहीं लगा पायी गैंग का सुराग

- बिजली विभाग ने शंट में 150 की सौंपी थी लिस्ट

BAREILLY:

खुफिया सूचनाओं का खुलासा करने वाली एलआईआयू बिजली मीटर में शंट लगाने वाले गैंग के सामने पस्त हो गई है। जबकि शंट मीटर वाले कंज्यूमर्स की लिस्ट डिपार्टमेंट ने एक माह पहले सौंप दिया था, लेकिन गैंग का सुराग तक खुफिया तंत्र नहीं लगा सका।

गैंग से कोसों दूर एलआईयू

शहर में बिजली चोरी एक एक बड़ी समस्या है। मीटर में शंट, कटिया और मीटर बाईपास के माध्यम से बिजली चोरी करने का मामला आए दिन देखने और सुनने को मिल रहा है। बरेली के पूर्व कमिश्नर और डीएम ने बिजली चोरों पर नकेल कसने के लिए काफी प्रयास भी किए। लेकिन, यह प्रयास सफल होने से पहले ही उनका तबादला हो गया। पूर्व अधिकारियों ने बिजली चोरों को जड़ से समाप्त करने के लिए एलआईयू की भी मदद ली। लेकिन, एलआईयू अपने काम में अभी तक सक्सेज नहीं हो पायी है। पूर्व कमिश्नर और डीएम के आदेश के बाद बिजली विभाग ने मीटर में शंट लगाने वाले गैंग को पकड़ने के लिए मीटर में शंट मिले क्भ्0 लोगों की लिस्ट एलआईयू को सौंपी थी। ख्8 जनवरी को लिस्ट मिलने के बाद भी एलआईयू की टीम को इस मामले में एक क्लू भी नहीं मिल सका है।

जांच में उलझी

खुूफिया सूचनाओं को उजागर करने का दावा करने वाली एलआईयू का खुफिया तंत्र खुद ही जांच में उलझ चुका है। तभी तो, लिस्ट मिलने के बावजूद टीम एक भी गैंग का खुलासा नहीं कर सकी है। हालांकि, इस संबंध में जब संबंधित अधिकारियों से बात की गयी तो उन्होंने जांच सीक्रेट होने की बात कह कर मामले को टाल दिया। खैर, एलआईयू भले ही जांच सीक्रेट होने की बात कर रहा है, लेकिन सच्चाई यही है कि, विभाग के खुफिया तंत्र इस मामले में खोखला साबित हो रहा है।

यहां भी वहीं हाल

मीटर में शंट लगाने वाले गैंग को पकड़ना तो दूर जिन लोगों के खिलाफ बिजली चोरी में एफआईआर दर्ज करायी गयी है, उनकी भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जबकि, ख्क् फरवरी तक बरेली जोन में टोटल ख्0ख्ब् लोगों के खिलाफ विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज करायी जा चुकी है। बरेली डिस्ट्रिक्ट में यह आंकड़ा ब्ख्भ् है। इनमें से मात्र 9फ्ब् लोग ही कंपाउंडिंग वाले हैं। आला अधिकारियों ने यह बात साफ कही थी कि विद्युत चोरी के विरूद्ध अभियान में पकड़ी जाने वाली चोरी में दर्ज होने वाली एफआईआर की विवेचना क्0 दिनों में पूर्ण कर चार्ज शीट तैयार कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

राजस्व में लगा रहे सेंध

शंट के माध्यम से बिजली सप्लाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा चोरी हो रहा है। इससे न सिर्फ राजस्व घाटा हो रहा है। बल्कि, मीटर के साथ ही विभाग का इंफ्रास्ट्रक्चर भी जर्जर बन रहा है। एक अनुमान के मुताबिक सिर्फ बरेली शहर में हर महीने पांच करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी हो रही है। समय के साथ विभाग का चेकिंग अभियान भी ढीला पड़ गया है। ऐसे में एलआईयू की कार्य करने की ढुलमुल प्रणाली ने समस्या को और बढ़ा दिया है।

इस मामले में हम कुछ नहीं बता सकते है। गैंग के लोग अलर्ट हो जाएंगे। हमारी जांच सीक्रेट है।

नागेंद्र कुमार चतुर्वेदी, डिप्टी एसपी, एलआईयू

अभी तक एलआईयू ने कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी है। इस बारे में कई बार अधिकारियों से बात हुई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। डीएम से मिल कर इस संबंध में बात करेंगे।

एनसी अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग