- सिर पर चोट लगने से हुई तेंदुआ की मौत, विभाग मान रहा सड़क हादसा
-डीएफओ बोले पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई
- सूचना के एक घंटे बाद पहुंचे क्षेत्रीय वन रक्षक व उनकी टीम
बरेली : फतेहगंज पूर्वी से दो किलोमीटर दूरी पर थाना क्षेत्र के ग्राम लखनपुर में फ्राइडे सुबह एक मृत तेंदुआ का शव ग्रामीणों ने पड़ा देखा। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के साथ ही पुलिस को भी दी। मृत तेंदुआ का शव देख जहां ग्रामीणों में भय का माहौल हो गया। वहीं सूचना के एक घंटे बाद क्षेत्रीय वन रक्षक व उनकी टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग ने मृत तेंदुआ के शव का पोस्टमार्टम आइवीआरआइ में कराया। जहां सिर पर चोट लगने से मौत होने की पुष्टि हुई है।
पोस्टमार्टम को भेजी बॉडी
प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने बताया कि लखनपुर गांव में सीताराम पाल के गन्ना के खेत में मृत तेंदुआ मिलने की जानकारी पर क्षेत्रीय वन रेंजर व विभाग की टीम को मौके पर भेजा। बताया कि मिले बाघ की उम्र दो साल के आस पास है। जिसके सिर पर भारी चोट आने से मौत हुई है। खेत के आसपास कां¨बग में तेंदुआ के पगमार्क मिलने के साथ ही पास के यूकेलिप्टस के पेड़ पर खरोच के निशान आदि मिले हैं। शव को तत्काल पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई में कराया गया है। जिसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं आईवीआरआई के वैज्ञानिकों के मुताबिक तेंदुआ के सिर की हड्डी टूटी हुई थी। इसके साथ ही शरीर में मिले मिट्टी के निशान से यह सड़क हादसा माना जा रहा है।
पीटकर की गई हत्या
गन्ना के खेत में तेंदुआ का शव होने की जानकारी पर पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ का शव देखकर उसकी पीटकर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक पास की एक बस्ती में रहने वाले कुछ लोग शिकार करने के लिए खेतों में फंदा आदि लगाकर जानवरों का शिकार करते हैं। पूर्व में एक लकड़बग्घा भी फंदे में फंसा था। जिस पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। ग्रामीणों की आंशका है कि इन्हीं लोगों ने दोबारा फंदा लगाया होगा। जिसमें तेंदुआ फंस गया होगा और बाद में उसकी पीटकर हत्या कर दी। सवेरा हो जाने पर वह उसे यहां से ले नहीं जा सके।
की गई कां¨बग
ग्रामीणों ने क्षेत्र में नर तेंदुआ की मौत के बाद आसपास मादा तेंदुआ होने की बात कही। जिस पर मौके पर मौजूद फरीदपुर क्षेत्र के डिप्टी रेंजर मुकेश कांडपाल ने अपनी टीम के साथ कां¨बग भी की। हालांकि किसी अन्य तेंदुआ के होने के कोई भी साक्ष्य मौके पर नहीं मिले। फिर भी गांव के आसपास टीम को सक्रिय किया गया है।
भय का माहौल
तेंदुआ की मौत के बाद शुक्रवार देर शाम लखनपुर गांव में भय का माहौल साफ देखने को मिला। ग्रामीणों ने शाम पांच बजच्े ही अपने बच्चों व जानवरों को घरों में कैद कर लिया। नर मादा होने के कारण ग्रामीण यहां मादा तेंदुआ भी नजदीक होने की बात कह रहे हैं।
चूक के चलते हुई तेंदुआ की मौत
लॉकडाउन के बाद से तराई के क्षेत्रों में तेंदुओं की आवक बढ़ी है। तेंदुआ रात में शिकार को निकलने के साथ दिन में पेड़ की घनी टहनियों में बैठकर छिप जाता है। फतेहगंज पूर्वी में पिछले कई दिनों से तेंदुआ देखा जा रहा था। जिसकी जानकारी देने के बाद भी विभाग ने कोई एक्शन नहीं लिया। लिहाजा फ्राइडे को मृत तेंदुआ का शव मिला। ग्राम प्रधान राजेश्वर सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक ग्रामीण ने तीन जंगली जानवर एक साथ देखे थे। दूर से देखने के कारण तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी थी।
खेतों में जाने से कतराते रहे ग्रामीण
तेंदुआ का शव मिलने के बाद से क्षेत्र का आलम यह था कि ग्रामीण अपने खेतों की ओर नहीं गए। उचसिया गांव के सुधीर सिंह ने बताया कि गांव से कोई भी शुक्रवार को अपने खेत पर तेंदुआ के डर से नहीं गया।
फतेहगंज पूर्वा के लखनपुर गांव में एक गन्ने के खेत में दो वर्ष के तेंदुआ का शव मिला है। उसके सिर पर चोट होने के साथ पैर पर भी चोट के निशान मिले है। शरीर पर मिले मिट्टी के निशान से मुताबिक सड़क हादसा प्रतीत हो रहा है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- भारत लाल, प्रभागीय वन अधिकारी