बरेली(ब्यूरो)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाए जा रहे इंटर्नशिप प्रोग्राम में लॉ स्टूडेंट्स को साइबर अपराध के संबंध में ट्रेनिंग दी गई। प्राधिकरण सचिव अपर जिला जज निर्दोष कुमार ने बताया कि एक जून से शुरू हुए समर इंटर्नशिप प्रोग्राम में मंगलवार को साइबर थाना से आए निरीक्षक श्याम सिंह यादव और उप निरीक्षक शालू यादव ने ट्रेनिंग दी।
रहें सावधान, उठाएं आवाज
उप निरीक्षक शालू यादव ने बताया कि अपराधी भी तकनीक के सहारे हाईटेक हो रहे हैं, वे जुर्म करने के लिए कंप्यूटर, इंटरनेट, डिजिटल डिवाइसेज और वल्र्ड वाइड वेब आदि का यूज कर रहे हैं। ऑनलाइन ठगी या चोरी भी इसी श्रेणी का अहम गुनाह होता है, किसी की वेबसाइट को हैक करना या सिस्टम डेटा को चुराना, ये सभी तरीके साइबर क्रइम की श्रेणी में आते हैं। विधि छात्रों को साइबर क्राइम व छात्राओं को साइबर क्राइम में फंसने के बाद आवाज उठाने के संबंध में भी जानकारी दी गई। साथ ही स्टूडेंट्स को बताया गया कि किस तरह साइबर अपराध से दूर रहते हुए आप ऑनलाइन माध्यम से खुद को आगे बढ़ा सकते हैं। इस दौरान केंद्रीय कारागार दो, जिला जेल से डिप्टी जेलर सुभाष यादव ने छात्रों को जेल से जुड़े बिंदुओं पर ट्रेनिंग दी। जेल में बंदियों के रहन-सहन और खान-पान के संबंध में विधि छात्रों के सवालों का डिप्टी जेलर द्वारा विस्तार से जवाब दिया गया। साथ ही जेल मैनुअल में बंदियों के लिए की गई व्यवस्था की जानकारी दी गई।