बिथरी चैनपुर में मिली डेडबॉडी की पहचान, प्रॉपर्टी डीलर का करता था काम
हाथ में बंधे कलावा और बनियान से पहचान, विवाद के चलते मर्डर की आशंका
BAREILLY: सरोज ने हर बार की तरह अपने पति ब्रह्मप्रकाश गंगवार उर्फ पिंटू की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखा था। वह दो दिन पहले पति के साथ पूजा का पूरा सामान भी खरीद लाई्र थी, लेकिन नियति ने तो कुछ और ही तय कर रखा था। करवाचौथ के दिन सरोज को अपने सुहाग के उजड़ने की खबर मिली। शाम को 'चांद' का दीदार कर व्रत तोड़ने की तैयारी कर रही सरोज के पास उसके अपने 'चांद' की डेडबॉडी पहुंची। पति का शव देख बेहोश हुई सरोज फिलहाल डॉक्टरों की देखरेख में है। बता दें कि एक दिन पहले बिथरी इलाके में गन्ने के खेत में जली मिली लाश की पहचान सैटरडे को प्रॉपर्टी डीलर पिंटू के रूप में हुई।
पत्नी और बच्चों के साथ रहता था
मूलरूप से भलूपुरा मीरगंज निवासी फ्0 वर्षीय पिंटू पीलीभीत रोड स्थित एलआईसी कॉलोनी, इज्जतनगर में रहता था। प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाला पिंटू बीते आठ साल से पत्नी सरोज और दो बेटियों तनु, मनु और बेटे दिव्यांशु के साथ एलआईसी कॉलोनी में रहता था। उसके मां-पिता और तीन भाई मीरगंज में ही रहते हैं। दिव्यांशु की अच्छी पढ़ाई के लिए पिंटू ने एक साल पहले ही उसका एडमिशन भीमताल, नैनीताल स्थित टेंपल-टेंपल बोर्डिग स्कूल में कराया था।
पत्नी संग खरीदा था पूजा का सामान
सरोज ने बताया कि थर्सडे रात में पिंटू करीब आठ बजे घर आए थे। घर पहुंचने के बाद वह पिंटू के साथ बाइक पर सिल्वर स्टेट स्थित मार्केट से करवाचौथ का सामान खरीदने के लिए गई थी। करीब आधा घंटा घर वापस लौटने के कुछ देर बाद ही पिंटू का दोस्त रवींद्र राणा आया। रवींद्र राणा के साथ पिंटू ने खाना खाया और शराब भी पी। सरोज का कहना है कि करीब क्क् बजे रवींद्र चला गया। उसके बाद पिंटू ने कहा कि मोबाइल की बैट्री डॉउन हो गई है। जिससे उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर चार्जिग पर लगा दिया, उसकी लाइसेंसी पिस्टल भी रखी थी। करीब साढ़े क्क् बजे वह अंदर बेटियों के साथ सोने चली गई। फ्राइडे सुबह उठी तो पति घर पर नहीं थे। इस पर परिजनों और रिश्तेदारों को सूचना दी। पिंटू के सभी दोस्तों के घर जाकर तलाश की। काफी तलाश के बाद भी जब वह नहीं आए तो सूचना इज्जतनगर थाना में जाकर दी गई।
कलावा और कपड़ों से पहचान
सरोज ने बताया कि सुबह उन्हें पता चला कि किसी की बिथरी में जली लाश मिली है। इस पर वह अपने भाई विनोद के साथ पोस्टमार्टम हॉउस में बॉडी देखने के लिए पहुंची लेकिन चेहरा जला था जिससे वह पहचान नहीं कर पायीं। उसके बाद वह थाना गई जहां कपड़े दिखाए गए। उन्होंने पति की ग्रीन कलर की बनियान, लोअर और हाथ में बंधे अजमेरी कलावा से पहचान की। सरोज का कहना है कि उसके पति शराब के आदी थे। प्रॉपर्टी के काम और शराब की लत के चलते उनके कई दुश्मन बने हुए थे।
सदमे ने पहुंचाया हॉस्पिटल
पति की मौत का गम सरोज बर्दाश्त नहीं कर पायी। जब से खबर मिली उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। काफी देर तक होश ना आने पर उसे मिशन हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट कराया गया है। इससे पहले कई बार बेटियों को रो-रोकर गले लगाया। करवाचौथ के दिन ही पति बिछड़ने का गम सरोज को अंदर तक घर कर गया है।
मकान कब्जे में वांछित था पिंटू
पिंटू भू-माफिया था और पुलिस को भी उसकी तलाश थी। पिंटू समेत ब् लोगों के खिलाफ परवाना नगर छोटी विहार निवासी ओमवती ने क्7 अगस्त को मकान पर कब्जा करने, मारपीट करने, रुपये लूटने और एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि पिंटू ने ताहिर, खलील अहमद और प्रभु के साथ मिलकर मकान में पुताई कर रहे कर्मचारी को भगाकर मकान पर कब्जा किया था। सीओ थर्ड मामले की विवेचना कर रहे थे।
कोट
खेत में मिली जली लाश की पहचान हो गई है। वह एक प्रापर्टी डीलर था। अभी हत्या की वजह साफ नहीं हो पायी है। परिजनों को शव सौंप दिया है। मामले की जांच की जा रही है।
अरुण कुमार, सीओ फोर