रिटायर्ड नर्स के घर किया हाथ साफ

मकान मालकिन व बेटी को लिया भरोसे में

3 लाख 42 हजार रुपए बरामद

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मकान मालकिन व बेटी को लिया भरोसे में

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BAREILLY:

BAREILLY: जिस थाली में खाया उसी में छेद कियाइज्जतनगर पुलिस की गिरफ्त में आई 'चालाक चोरनी' पूनम पर ये कहावत बिल्कुल फिट बैठती है। अपनी मीठी-मीठी बातों और सेवा से पूनम ने रिटायर्ड नर्स मकान मालकिन उत्तम बेगम और उनकी बेटी को अपने जाल में फंसा लिया। उसने उत्तम बेगम की क्फ् साल की बेटी रानी को तो इस तरह से भरोसे में लिया कि रानी ने खुद अपने घर के राज उसके सामने खोल दिए। फिर क्या था अलमारी की चाबी का पता चलते ही उसने उत्तम बेगम की जिंदगी भर की पूंजी पर हाथ साफ कर दिया। जब बेगम ने खाली अलमारी देखी तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। सूचना पर पहुंची पुलिस को पूनम पर ही शक हुआ लेकिन उसने कुछ भी कबूलने से इंकार कर दिया। पुलिस ने जैसे ही तलाशी शुरू की तो उसने अपना जुर्म कबूला। पुलिस ने पूनम को अरेस्ट कर फ्,ब्ख्000 रुपये बरामद कर लिए हैं।

फंड व पॉलिसी के रुपए

उत्तम बेगम इज्जतनगर की बसंत विहार कालोनी में रहती हैं। वह सीबीगंज के ईएसआई हॉस्पिटल से नर्स के पद से रिटायर्ड हैं। उन्होंने अपने फंड व पॉलिसी के म् लाख रुपए निकाले थे। इनमें से कुछ रुपए खर्च होने के बाद करीब साढ़े चार लाख रुपए बचे थे। क्ब् जनवरी को उनके घर में पूनम नाम की महिला अपने तीन बेटों के साथ किराए पर रहने आई। उत्तम बेगम ने बताया कि पूनम उनसे काफी घुल-मिलकर रहने लगी। वह उनके कई काम भी कर देती थी। इसी तरह पूनम ने उनकी बेटी रानी को भी अपने जाल में फांस लिया और उससे घर के सारे भेद जानने लगी। पूनम को जैसे पता चला कि उत्तम की अलमारी में लाखों रुपए हैं तो उसने अलमारी की चाबी हासिल कर रुपयों पर हाथ साफ कर लिया। थर्सडे को उत्तम बेगम ने अपनी अलमारी खोली तो उसमें रखे पैसे गायब थे। उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी। घर में किसी के ना आने और अलमारी का लॉक ना टूटा होने पर पुलिस का सीधा शक पूनम पर गया। पुलिस ने पूनम से पूछताछ की तो उसने रुपए लेने से साफ इंकार कर दिया। उससे उसके पति व फैमिली बैकग्राउंड के बारे में पूछा गया तो वह पुलिस को गुमराह करने लगी।

सख्ती पर उगला राज

इंस्पेक्टर मोहम्मद कासिम ने बताया कि पूनम से कड़ाई से पूछताछ कर घर की तलाशी लेनी शुरू की गई तो उसने सब उगल दिया। पुलिस को कमरे में रखे खाने-पीने के सामान के डिब्बों से रुपए मिले। किसी डिब्बे में ख्0 हजार तो किसी डिब्बे में भ्0 हजार रुपए निकले। पुलिस को घर से कुल फ् लाख ब्ख् हजार रुपए बरामद हो गए। पुलिस का मानना है कि बाकी रुपयों के पूनम ने जेवरात खरीद लिए जो वह पहने हुए है।

पति है जेल में

पूछताछ में पूनम ने बताया कि वह बिहार के मुंगेर की रहने वाली है। वह बरेली में रेलवे लाइन स्थित कॉलोनी में मौसेरे भाई के यहां रहती थी। यहीं उसकी जान पहचान राजकुमार से हो गई। राजकुमार क्रिमिनल था। इसके बाद वे नैनीताल शिफ्ट हो गए। करीब फ् महीने पहले अमरोहा पुलिस ने उसे लूट व वाहन चोरी के आरोप में जेल भेज दिया। जब इस बारे में नैनीताल के मकान मालिक को पता चला तो उसने पूनम को वहां से जाने के लिए कह दिया। उसके बाद पूनम बरेली में आकर रहने लगी।

बेटों की देती रही दुहाई

वहीं थाने पहुंचने के बाद पूनम ने फिर से पुलिस को गुमराह करना शुरू कर दिया। उसका कहना है कि उसने रुपए नहीं निकाले हैं। रानी उसे रुपए निकालकर देती थी और कहती थी कि अंकल को जेल से छुड़ा लो। यही नहीं ज्वैलरी भी रानी ने ही उसे खरीदकर दी है। वह इंस्पेक्टर के सामने बार-बार बेटों की जिंदगी की दुहाई का रोना रोकर छोड़ने की भी बात कहती रही।