डीएम ने दोनों पक्षों के साथ की मीटिंग, नहीं हो सका फैसला

शांति व्यवस्था बनाए रखने की एडमिनिस्ट्रेशन की अपील

BAREILLY: कुतुबखाना पर टयूजडे को धार्मिक स्थल में दो समुदायों के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वेडनसडे को मामले को सुलझाने के लिए डीएम ने करीब डेढ़ घंटे तक दोनों पक्षों के साथ बंद कमरे में बातचीत की, लेकिन मीटिंग बेनतीजा रही। लिहाजा, डीएम ने दोनों पक्षों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। वहीं दूसरी और कुतुबखाना मार्केट में कल हुए बवाल का असर साफ दिख रहा था। तमाम दुकानें बंद थी। भारी संख्या में तैनात फोर्स मोर्चा संभाले हुए है।

दोनों पक्षों के लोगों के साथ मीटिंग

कुतुबखाना स्थित धार्मिक स्थल में मौलाना की तैनाती के बाद टयूजडे को जमकर बवाल हुआ था। डीएम ने दोनों पक्षों को कलेक्ट्रेट में अपने-अपने डॉक्यूमेंट पेश करने के लिए बुलाया था। वेडनसडे क्क् बजे से लोग इकट्ठा होना शुरू हो गए। एक पक्ष से हाजी अब्दुल सलाम, नदीम शम्सी, मुजाहिद शम्सी, आसिफ और हाफिज खालिद व अन्य और दूसरे पक्ष से मौलाना तस्लीम रजा खां, कुर्बान रजा खां, हुमायूं रियासत, असलम रजा खां, डॉक्टर नफीस खलील कादरी व अन्य पहुंचे। करीब साढ़े ग्यारह बजे मीटिंग शुरू हुई। मीटिंग में मीडियाकर्मी को भी एंट्री नहीं दी गई। इस दौरान कुछ लोगों को अंदर से बाहर भी कर दिया गया। धार्मिक स्थल का हिसाब किताब रखने वाले हुमायूं भी डॉक्यूमेंट लेकर पहुंचे।

और पेश करने होंगे डॉक्यूमेंट

डीएम ने दोनों पक्षों की बात सुनी और डॉक्यूमेंट भी पेश करने के लिए कहा। दोनों ही पक्ष मानने को तैयार नहीं थे और धार्मिक स्थल पर अपना हक जताकर मौलाना की नियुक्ति को लेकर अड़े हुए थे। खास बात यह रही कि दोनों पक्ष में कोई भी यह नहीं बता पाया कि मौलाना की अचानक नियुक्ति की नौबत क्यों आ गई.करीब डेढ़ घंटे की मीटिंग में बात नहीं बनी तो डीएम ने दोनों पक्षों को और डॉक्यूमेंट लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कहा कि फैसला न होने तक धार्मिक स्थल में यथा स्थिति बनी रहेगी और ताला पड़ा रहेगा। डीएम ने सभी से अपील की कि उन्हें दो से तीन दिन का वक्त और दिया जाए, जिससे सही निर्णय लिया जाए। इस दौरान कोई भी शांति व्यवस्था को भंग नहीं करेगा। मीटिंग के बाद एक पक्ष पहले ही बाहर निकला गया। गेट तक सीओ सिटी फ‌र्स्ट ने फोर्स के साथ उन्हें सुरक्षित निकाला। कुछ देर बाद दूसरा पक्ष भी बाहर चला गया।

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फोर्स की मौजूदगी में खुला मार्केट

कुतुबखाना में बवाल के बाद वेडनसडे सुबह से ही शॉप्स ओपन होनी शुरू हो गई। चौक के पास तो सभी दुकानें खुलीं, लेकिन सराय गेट की ओर ज्यादातर शॉप्स बंद ही रहीं। इस दौरान सभी ख्भ् प्वाइंट पर भारी संख्या में फोर्स तैनात रही। दोपहर में किसी ने अफवाह उड़ा दी कि जबरन दुकानें बंद कराई जा रही हैं। सूचना पर सीओ सिटी फ‌र्स्ट पहुंचे, लेकिन माहौल शांत था।

महिलाओं ने की शॉपिंग

टयूजडे को बवाल के बाद कुतुबखाना चौक पर कुछ शॉप वेडनसडे को खुलीं। हालांकि ज्यादातर शॉप पर ताला लटका रहा। रोजमर्रा की तरह शॉपिंग के लिए महिलाएं मार्केट पहुंची। हां यह जरूर था कि वह अकेले की बजाय जेंट्स के साथ मार्केटिंग के लिए आई हुई थीं।

अभी नहीं शुरू हुई कोई कार्रवाई

बवाल के बाद पुलिस ने करीब ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और वीडियो फुटेज भी देख रही है, लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। सूत्रों की मानें तो पुलिस इस मामले में जल्दी कोई एक्शन नहीं लेना चाहती है, क्योंकि पुलिस सबसे पहले माहौल को शांत करने का प्रयास कर रही है।

मीटिंग में कोई डिसीजन नहीं हो सका है। दोनों पक्षों से और डॉक्यूमेंट पेश करने के लिए कहा गया है। एक दो दिन में फैसला कर लिया जाएगा। तब तक यथास्थिति बनी रहेगी। सभी को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया है।

गौरव दयाल, डीएम बरेली