- विभिन्न पर्वतीय आयुर्वेदिक औषधियों की जमकर हो रही शॉपिंग
- दूसरे दिन भी कई स्थानीय और प्रोफेशनल कल्चरल टीमों ने दी परफार्मेस
BAREILLY:
उत्तरायणी जनकल्याण सोसायटी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय उत्तरायणी मेले के दूसरे दिन भी ग्राउंड में देवभूमि की झलक दिखाई दी। ग्राउंड पहाड़ों के पारंपरिक तौर तरीकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लबरेज रहा। सुबह खिली चटख धूप से मेले में भारी संख्या में शहरवासी शॉपिंग करने पहुंचे। जहां लोगों ने मनपसंद पर्वतीय औषधियों और विभिन्न वूलेन आइटम्स समेत पर्वतीय खान-पान की विविध चीजों की शॉपिंग की। कुमाऊंनी और गढ़वाली बोलियों में होने वाली परफार्मेस के बावजूद भी दर्शक और श्रोताओं के जोश में कोई अंतर नहीं दिखा। कार्यक्रमों के दौरान पदम श्री से विभूषित डॉ। जेएस तितियाल को उत्तराखंड की गरिमा को बढ़ाने के लिए सम्मानित किया गया।
पर्वतीय औषधियों की शॉपिंग
उत्तरायणी मेले में इस बार पर्वतीय औषधियों की जबरदस्त शॉपिंग शहरवासी कर रहे हैं। इसमें मधुमेह एवं उच्च रक्त चाप की रोकथाम में कारगर स्टीविया, खुमानी एवं चुआरू के बीज से निर्मित एप्रिकोट आयल समेत स्किन एवं शारीरिक सुंदरता को निखारने वाले औषधियों की जमकर शॉपिंग हो रही है। इसके अलावा उत्तराखंड का शहद, फूलों से निर्मित जैम, जेली, बांस का अचार, जूस एवं बुरांश के फूलों से निर्मित स्क्वैश, हिमालय क्षेत्र की जड़ी बूटियों से निर्मित औषधि, जैविक चाय, दालें, मडुवे का आटा बिस्किट, गहत की दाल, पथरी के लिए जम्मू घास, गन्दरायन, शिलाजीत की शॉपिंग भी लोगों की पहली पसंद बनी है।
कल्चरल प्रोग्राम की धूम
शहर में उत्तराखंड के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से दूसरा दिन भी गुलजार रहा। वेडनसडे को मिलिट्री के कुमाऊंनी बैंड की ग्राउंड के बीचो बीच स्टेज परफार्मेस हुई। कुमाऊं बटालियन के पारंपरिक ड्रेस में सजे म्यूजिशियंस को देखने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। लोगों ने इस मूमेंट को मेमोरेबल बनाने के लिए कैमरे में भी कैद किया। साथ ही ऑर्गनाइज स्टेज परफार्मेस में भी लोकल और उत्तराखंड के देहरादून, हल्द्वानी, नैनीताल, टिहरी से आई टीमों ने अपनी परफार्मेस दी। सोलो और ग्रुप कलाकारों की परफार्मेस से पंडाल तालियों के शोर से गूंजता रहा। कार्यक्रम के दौरान शम्भूदत्त वेलवाल, गिरीश चंद्र पांडेय, डीडी बेलवाल, माधवानंद तिवारी, देवेंद्र जोशी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।