डीआईजी से शिकायत के पांच लोगों पर दर्ज हुई थी अपहरण की रिपोर्ट

मौसेरे भाई से जानलेवा हमले के केस में चलते किया गया खेल

BAREILLY: जानलेवा हमले के मामले में बचने के लिए मृत बच्चे के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली गई। थाना पुलिस से कार्रवाई नहीं हुई तो डीआईजी से भी शिकायत की गई। मंडे रात पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया तो सारी सच्चाई सामने आ गई।

शाहजहांपुर में हुई बच्चे की मौत

ख्9 जनवरी को संजयनगर की रहने वाली मुनीषा ने आरोप लगाया था कि जब वह शाम के वक्त बेटे को इलाज के लिए ले जा रही थी तो रास्ते में शाहदाना में उसके डेढ़ साल के मासूम का धर्मेद्र, संजीव व तीन अन्य बाइक सवारों ने अपहरण कर लिया था। फ्0 जनवरी को उसने मामले की शिकायत डीआईजी से की थी। जिसके बाद मामला एसएसपी के पास पहुंचा था। इस पर पुलिस ने अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। मुनीषा का पति विजय फ्07 के केस में वांटेड चल रहा है।

पुलिस ने पति को किया गिरफ्तार

मंडे रात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से तमंचा और चार कारतूस भी बरामद हुए। पुलिस ने जब उससे बच्चे के अपहरण की बात पूछी तो उसने बताया कि ख्8 जनवरी को उसके बच्चे की शाहजहांपुर के छोटा कटरा खुर्द में मौत हो गई थी। बच्चे को वहीं दफना दिया गया था। अपहरण की झूठा ड्रामा रचा गया था क्योंकि मौसेरे भाई धर्मेद्र से उसकी रंजिश चल रही थी। इस मुकदमे से वह मामले में समझौता करना चाहता था।

विजय ने अपने साथी फौजी के साथ मिलकर जुलाई ख्0क्फ् में अपने मौसेरे भाई पर जानलेवा हमला किया था। इसी में समझौते के चलते बेटे के अपहरण की झूठी कहानी रची गई।

मोहम्मद कासिम, एसएचओ बारादरी