गाजियाबाद से 7 माह पहले तीन माह के बच्चे को कर लिया था किडनैप
सुभाषनगर पुलिस ने नवाबगंज से बच्चे क ो किया बरामद
वांटेड की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हुआ पूरे मामले का खुलासा
<गाजियाबाद से 7 माह पहले तीन माह के बच्चे को कर लिया था किडनैप
सुभाषनगर पुलिस ने नवाबगंज से बच्चे क ो किया बरामद
वांटेड की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हुआ पूरे मामले का खुलासा
BAREILLY:
BAREILLY: एनसीआर के गाजियाबाद से दस महीने किडनैप बच्चा बरेली के नवाबगंज से रिकवर हुआ। बच्चे की रिकवरी अमानत में खयानत के वांटेड की गिरफ्तारी के बाद हुई। पुलिस ने जब वांटेड से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। बच्चे को दस हजार रुपए में बेचा गया था। बच्चे के असली माता-पिता कौन हैं, पुलिस इसका पता लगाने में जुट गई है। कौन है बच्चा और क्या है उसकी किडनैपिंग और रिकवरी की पूरी कहानी आइए बताते हैं
दस हजार में बेंच दिया बच्चे को
दस महीने के बच्चे का नाम मोहम्मद हुमैर है। मोहम्मद हुमैर को 7 महीने से नई बस्ती नवाबगंज निवासी मोहम्मद इजराइल पाल रहे हैं। मोहम्मद इजराइल ने बताया कि करीब 7 महीने पहले उनके पास मिलक रौंधी निवासी गिरीश उर्फ इदरीश आया था। गिरीश ने उन्हें बताया था कि उसकी पत्नी की मौत हो गई है और वह कर्ज में डूब गया है। वह बच्चे को पाल नहीं सकता है। उसे दस हजार रुपयों की जरूरत है। वह बच्चे को ले लें और उसे दस हजार रुपये दे दें। तीन बेटियों के अलावा कोई बेटा न होने पर इजराइल ने बच्चा लेकर गिरीश को पैसे दे दिए। 7 महीने से वह बच्चे को अपने बेटे की तरह पाल रहे हैं और उसका खतना भी करा दिया।
बच्चे की तलाश में आयी थी गाजियाबाद पुलिस
दरअसल, बच्चे की बरामदगी कुछ इस तरह से हुई। गिरीश सुभाषनगर पुलिस का वांटेड है। उसके खिलाफ 8 जनवरी ख्0क्फ् को बुद्धपाल ने बाइक मांगकर ले जाने और वापस न देने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गिरीश मिलक रौंधी में आया हुआ है। इसी सूचना पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इससे पहले भी गिरीश की तलाश में करीब 7 महीने पहले गाजियाबाद पुलिस बच्चे के सिलसिले में आयी थी। पुलिस ने जब इस सिलसिले में गिरीश से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। जिसके बाद पुलिस उसे इजराइल के घर लेकर गई और बच्चे को बरामद कर लिया।
धोखे से लेकर भागा बच्चे को
पुलिस पूछताछ में गिरीश ने बताया कि वह पहले गाजियाबाद के विजय नगर थाना अंतर्गत बहरामपुर मंगल बाजार में किराये पर रहता था। यहां पर कासगंज की भी एक फैमिली रहती थी। उसके दो बेटे थे। इसी दौरान उसे मौका मिला तो वह बच्चे को साथ लेकर निकल लिया। वह बस से पहले सीधे रूड़की गया और वहां से फिर कश्मीर चला गया। उसके बाद उसने बरेली में इजराइल को बच्चा दस हजार रुपये में दे दिया।
नहीं पता असली माता-पिता
मोहम्मद हुमैर हिंदू धर्म की फैमिली का बच्चा है लेकिन उसका असली नाम क्या यह अभी नहीं पता चला है। उसकी फैमिली कासगंज की रहने वाली है लेकिन कौन हैं इसका भी पता नहीं है। पुलिस असली माता-पिता का पता लगाने के लिए गिरीश को साथ लेकर जल्द ही एक टीम गाजियाबाद भेजेगी। इसके अलावा हुमैर किसके पास रहेगा इसका भी जल्द ही फैसला लिया जाएगा। वहीं दूसरी और इजराइल बच्चे को अपने साथ ही रखना चाहते हैं लेकिन वह कह रहे हैं कि खुदा की मर्जी होगी तो बच्चा उनके पास रहेगा नहीं ताे नहीं।
वांटेड की गिरफ्तारी के बाद गाजियाबाद से किडनैप बच्चा बरामद किया गया है। बच्चे के असली माता-पिता का भी पता लगाया जाएगा।
मुकुल द्विवेदी, सीओ सिटी सेकेंड