बरेली : बेसिक शिक्षा की प्रमोशन काउंसलिंग में ट्यूजडे को कई तरह की खामियां मिलीं। इसको लेकर काउंसलिंग में पेंच फंसा गया। इस बात से नाराज शिक्षकों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद गलती को सुधारते हुए बीएसए कार्यालय के स्टाफ शिक्षकों की काउंसलिंग कराई।

पुरुष शिक्षकों नाम महिला वर्ग में डाला

प्राथमिक स्कूल महिला के शिक्षक बृजलाल बैसाखी के सहारे राजकीय इंटर कॉलेज काउंसलिंग कराने पहुंचे। उनके एक ही पैर काम नहीं करता है। उनका नाम विकलांग सूची से बाहर मिला। जिस पर वे दंग रह गए। उधर बहेड़ी नगर क्षेत्र के शिक्षक संघ के मंत्री नसीम शाह का नाम पुरुष की जगह महिला वर्ग में दर्ज कर दिया गया। हालांकि बीएसए कार्यालय के स्टाफ ने गलतियों को सुधार लिया। यह दो मामले तो महज नमूने के तौर पर हैं। कुछ और शिक्षकों के ब्योरे गलत तरीके से वरिष्ठता सूची में दर्ज रहे। जिससे शिक्षकों को काउंसलिंग कराने में दिक्कत हुई।

चार सौ शिक्षकों की हुई काउंसलिंग

बीएसए कार्यालय में मंडे और ट्यूजडे को महिला और विकलांग शिक्षकों को बुलाया गया था। कुल सात सौ पदों पर काउंसलिंग होनी है। अभी तक दोनों वर्गो में करीब चार सौ शिक्षकों ने राजकीय इंटर कॉलेज पहुंचकर काउंसलिंग करा ली।

सामान्य शिक्षकों की होगी रैंडम काउंसलिंग

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी देवेंद्र सचान ने कहा कि शासन से महिला और विकलांग शिक्षकों को काउंसलिंग में प्राथमिकता देने का निर्देश मिला है। दोनों वर्गो की काउंसलिंग निपट गई है। अब शेष बची सीटों पर सामान्य शिक्षकों के प्रमोशन के लिए काउंसलिंग होगी। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय संगठन मंत्री हरीश बाबू शर्मा ने बताया कि विभाग ने 16 जनवरी तक संबंधित शिक्षको को पदोन्नति आदेश देने का आश्वासन दिया है।