दैनिक जागरण के स्थापना माह के अवसर पर ऑर्गनाइज हुआ कवि सम्मेलन
BAREILLY: 'प्यार के कटोरे में गंगा का पानी, तुम भी पियो हम भी पिएं, रब की मेहरबानीऐसी ही बेहतरीन पंक्तियों से कवियों ने 'बरेली' का दिल जीत लिया। मौका था संडे को दैनिक जागरण के स्थापना माह के अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन का। इसमें देश के चुनिंदा सात कवियों ने हास्य रस, श्रृंगार रस, वीर रस की पंक्तियां सुनाई तो हजारों की संख्या में मौजूद श्रोताओं की तालियों के शोर से ग्राउंड गूंज उठा। इससे पहले प्रोग्राम इनॉग्रेशन सिटी विधायक डॉ। अरुण कुमार ने किया। इस मौके पर आईजी विजय सिंह मीणा, डीआईजी आरकेएस राठौर, कमिश्नर विपिन कुमार द्विवेदी, दैनिक जागरण के सीजीएम एएन सिंह व सपांदकीय प्रभारी प्रदीप शुक्ला और आई नेक्स्ट संपादकीय प्रभारी धमेंद्र सिंह मौजूद रहे। गौरतलब है कि कवि सम्मेलन मंडे को शाहजहांपुर, ट्यूजडे को पीलीभीत और वेडनसडे को बदायूं में ऑर्गनाइज किया जाएगा।
बरेली पर चला कवियों का जादू
दैनिक जागरण की ओर से विशप मंडल इंटर कॉलेज में आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने महफिल लूटने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। शाम ढलने के बाद एक से बढ़कर एक उम्दा नज्मों, गजलों, गीतों, शायरी को जो बयार बहना शुरू हुई तो देर रात तक महफिल सजी रही। ग्राउंड में बैठे श्रोताओं के साथ राहगीर भी कवियों के शायराने अंदाज को सुनने के लिए ठहर गए। इस मौके पर रश्मि और निराला सम्मान से सम्मानित कवि हरिओम पवार ने वीर रस की कविताओं को सुनाया। गीतकार अंजुम रहबर ने 'प्यार में जब तलक नहीं टूटे, दिल किसी काम का नहीं होता' से महफिल लूट ली। वहीं गीतकार दिनेश रघुवंशी ने 'बड़े लोगों की औलादें कैंडल मार्च करती हैं, जो प्राण देते हैं वो बेटे हैं किसानों के', गीत से सरहद के शहीदों को सलाम किया। इसके अलावा डॉ। सुरेश अवस्थी ने राजनीतिक हलचलों पर व्यंग्य करते हुए 'मोदी के स्वच्छता अभियान से देश को बड़ी आशा जगी है, पहली झाड़ू दक्षिण में जयललिता को लगी है', से श्रोताओं को खिलखिलाने पर मजबूर कर दिया। तेज नारायण शर्मा ने 'मंच जन अब अर्थदायक हो गए तोतले भी गीत गायक हो गए, राजनैतिक मूल्य कुछ ऐसे गिरे जेब कतरे तक विधायक हो गए', हास्य रस रचना से श्रोताओं का मन मोहा। साथ ही मंजर भोपाली ने 'तुमने भी संवारी है हमने भी संवारी है, यह जमीं तुम्हारी है यह जमीं हमारी है', गीत से श्रोताओं को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया। वहीं, आसकरन अटल ने भी अपनी बेहतरीन पंक्तियों से महफिल लूट ली।