भूपेंद्र कुर्मी ने लास्ट इलेक्शन में बीसीबी से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। उस समय वह बीलिब के स्टूडेंट थे। इसके बाद उन्होंने एमए, एलएलबी कंप्लीट की। उन्होंने यह चुनाव समाजवादी छात्रसभा के टिकट पर लड़ा था। उनका दावा है कि उन्होंने यह चुनाव रिकॉर्ड वोट्स से जीता था। इस कार्यकाल के बाद वह समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष पद पर कार्यरत रहे। उसके बाद से ही पार्टी के सक्रि य कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके कार्यकाल में कर्मचारियों को डंडा रखने का विरोध कर इसे बंद कराया। इसके अलावा उन्होंने बीसीबी को डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाने की और कॉलेज में एलएलएम शुरू किए जाने की डिमांड भी की।
शिव प्रताप सिंह ने बीटेक में एडमिशन लेने के बाद यूनियन की राजनीति में रुचि लेनी शुरू कर दी थी, इस दौरान ही उन्हें स्टूडेंट्स ने अध्यक्ष के पद से नवाजा। इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी से ही एमएसडब्लू किया। इससे पहले वह आरयू से महामंत्री भी रह चुके हैं। प्रेजेंट में वह बीसीबी में एलएलबी के स्टूडेंट हैं और समाजवादी छात्र सभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। वहीं वह मेन स्ट्रीम में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रयासरत भी हैं। उनका दावा है कि उन्होंने अपने अध्यक्ष पद के कार्यकाल में बीटेक के स्टूडेंट्स की तमाम एकेडमिक समस्याओं को दूर किया और एक नए हॉस्टल की डिमांड की, जो अब बनकर भी तैयार हो गया है। उन्होंने कै फेटेरिया और स्वास्थ्य केंद्र भी चलाने का दावा किया है।
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