- चिरागों को रोशन करने देश-विदेश से पहुंचने लगे जायरीन

-जश्न-ए-चरागां में मुराद पूरी होने पर भी रोशन किए जाते हैं चिराग

BAREILLY:

खानकाहे नियाजिया पर जश्न ए चिरागां के भव्य आयोजन के लिए जोर-शोर से तैयारियां हो रही हैं। मन्नतों और मुरादों का चराग रोशन करने के लिए देश-विदेश से लोगों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जुमे के दिन शाम को खानकाहे नियाजिया चरागों की रोशनी से जगमगाता नजर आएगा। खानकाह के शब्बू मियां नियाजी ने बताया कि फ्राइडे को शाम म् बजे छोटा चरागां आयोजित किया जाएगा। वहीं, जश्न ए चरागां की महफिल सैटरडे को होगी। इसमें मन्नतों-मुराद के चिराग रोशन करने समेत खानकाही तहजीब और गंगा-जमुनी तहजीब की झलक झलकेगी। सैटरडे को हजारों की संख्या में देश और विदेश से लोग चिराग रोशन करेंगे। इस दौरान कव्वाली, चिश्तिया रंग, खुसूसी दुआ समेत कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होंगे।

आज महिलाएं करेंगी िचराग रोशन

फ्राइडे को आयोजित होने वाले छोटा चिरागां में केवल महिलाएं चिरागों को रोशन कर मन्नतें और मुरादें मांगेंगी। खानकाह के शब्बू नियाजी ने बताया कि इसमें सभी धर्म और जाति की महिलाएं शिरकत करती हैं। खानकाह के अंदर चिराग रोशन होंगे ही इसके अलावा लोग अपने घरों में चिराग रोशन करेंगे। जश्न-ए-चिरागां में हजारों की भीड़ में महिलाओं को परेशानी न हो इसलिए उनके लिए छोटा चरागां का कार्यक्रम रखा जाता है।

पूरी होती हैं मुरादें

शब्बू नियाजी के अनुसार खानकाह के संस्थापक बुजुर्ग हजरत मौलाना शाह नियाज अहमद किबला ने खानकाह कायम करने के साथ चिरागां की शुरुआत तीन सदी पहले की थी। जश्न-ए-चरागां की शुरुआत बुजुर्गो की पाक रूहानियत को सम्मान देने और बुजुर्गो से ख्वाहिशों को पूरी करने के लिए होता है। इसमें रोशन हुए हर चिराग के साथ कोई न कोई मन्नत जरूर जुड़ी होती है। उन्होंने बताया कि इसमें मांगी गई मुरादें अक्सर पूरी होती हैं। मुरादें पूरी होने पर भी चरागों को रोशन किया जाता है।

विदेशों से अाए जायरीन

जश्न में शामिल होने के लिए नेपाल की नेशनल एसेंबली के पूर्व अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री सय्यद मोहसिन अली, जर्मनी से फिलॉज ऐजर, पटियाला के राजा करनजीत सिंह परिवार समेत तमाम लोग पहुंच चुके हैं। वहीं, मुंबई और दिल्ली के शास्त्रीय संगीत के कई बड़े कलाकारों समेत फिल्म अभिनेता मनोज वाजपयी के भी मौजूद रहने की संभावना है। इसके अलावा ख्वाजा गरीब नवाज, दरगाह अजमेर, हजरत निजामुदीन औलिया दिल्ली, जयपुर की हजरत मीर कुरबान अली, हजरत साबिर पाक कलियर, हजरत कुतुब शाह महरोली शरीफ दरगाह के प्रतिनिधि भी शामिल होने पहुंच रहे हैं।