हमारी सड़क खाली करो
- श्यामगंज चौराहे से सेटेलाइट चौराहे तक सिर्फ जाम और अवैध स्टैंड पर खड़े रिक्शा-टेंपो
- होटलों, फड़ों और दुकानों के अतिक्रमण से सड़क पर चलना मुश्किल
- उधड़ी सड़क और धूल का गुबार, बरेलियंस को कर रहे बीमार
बरेली। शहर में अतिक्रमण का हाल कुछ यूं हैं कि मुख्य चौराहे व सड़कें ही नहीं बल्कि स्टेट व नेशनल हाईवे भी बेहाल हैं। यहां भी सिर्फ अवैध पार्किग, रिक्शा-टेंपो स्टैंड और अवैध निर्माण ही नजर आते हैं। वहीं सरकारी महकमों की कार्रवाई की कवायद कुछ यूं हैं कि खानापूर्ति और लापरवाही जैसे शब्द भी इसे समझाने के लिए हल्के पड़ जाते हैं। ऐसे में दूसरे शहरों से आने वाले लोग भी यहां की स्थिति देखकर हैरान रह जाते हैं। ऐसा ही हाल कभी एनएच-24 के नाम से पहचाने जाने वाले सेटेलाइट रोड का भी है। अब यहां सिर्फ उखड़ी हुई सड़कें, अवैध टैक्सी स्टैंड और अतिक्रमण ही है। यहां श्यामगंज चौराहे से लेकर सेटेलाइट चौराहे तक अधिकतर जाम जैसे हालात बने रहते हैं। सेटेलाइट चौराहे पर चल रहे पुल निर्माण के कार्य के चलते यातायात व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं, लेकिन बन चुके श्यामगंज पुल के चालू होने के बावजूद वहां के हालात नहीं सुधरे।
पुलिस की शह पर चले रहे अवैध स्टैंड
श्यामगंज चौराहे से लेकर सेटेलाइट चौराहे तक कई अवैध टेंपो-टैक्सी स्टैंड चलते हैं। जहां सैकड़ों टेंपो व टैक्सियां सवारियों के इंतजार में घंटों खड़ी रहती हैं। हालात यह हैं कि सड़क के दोनों तरफ एक-दो नहीं बल्कि चार-चार लेन में यह टेंपो टैक्सियां खड़ी होती हैं, जिसके कारण यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है। इन अवैध स्टैंड्स की व्यवस्था चलाते तो दलाल हैं लेकिन इसके पीछे पुलिस का भी बड़ा हाथ है। महीने और हफ्ते की उगाही के हिसाब से यह अवैध स्टैंड चलने दिए जाते हैं।
लगता है जाम, उड़ते हैं धूल के गुबार
दोनों चोराहों पर पुल का निर्माण कार्य होने के चलते यहां की सड़क के हालत बेहद खराब हैं। अधिकतर हिस्से में सड़क उखड़ी हुई है। इसके चलते यहां गंभीर हादसे भी हो चुके हैं। श्यामगंज पुल बनकर तैयार होने और शुरू होने के बावजूद सर्विस लेन की स्थिति वैसी ही है। चौराहे पर एक तरफ से दूसरी तरफ जाने तक में परेशानी होती है। वहीं चलते वक्त लोगों को धूल के गुबार का भी सामना करना पड़ता है। जोकि सिर्फ उन्हें परेशान ही नहीं करते बल्कि बीमार भी कर रहा हैं।
हर तरफ ठेले, फुटपाथ पर लगे फड़
यहां व्यापारियों ने भी अपनी दुकानों के बाहर फड़ लगवाकर अपनी कमाई का नया जरिया ढूंढ लिया है। यहां अधिकतर व्यापारियों ने उनकी दुकानों के बाहर फास्ट फूड व अन्य सामान के फड़ लगवा रखे हैं। वहीं चौराहों पर भी चाय की दुकान व खोखे वालों ने जगह घेर रखी है। फुटपाथ पर अवैध कब्जे हैं। श्यामगंज चौराहे से लेकर सेटेलाइट पर दोनों तरफ ठेलों की भरमार है। इतनी समस्याओं के बावजूद अधिकारी इस अव्यवस्था से मुंह फेरे हुए हैं।
खस्ताहाल सड़कें करती है नुकसान
सड़क पर अवैध कब्जे कुछ लोगों का फायदा तो करते ही हैं, लेकिन वहीं अक्सर बड़ा नुकसान भी कर जाते हैं। श्यामगंज चौराहे से सेटेलाइट चौराहे तक की खस्ताहाल सड़क कई व्यापारियों का नुकसान भी कर चुकी है। उखड़ी हुई सड़क पर पड़े पत्थर अक्सर वाहनों की टायरों के नीचे आ जाते हैं और उछलकर दुकानों के शीशे व अन्य सामान से टकराकर नुकसान कर देते हैं। ऐसे ही कई मामलों में यहां के व्यापारियों के राहगीरों से कई बार झगड़ा भी हो चुका है।