-आईटीबीपी की भर्ती में मेडिकल में पकड़े गए कैंडिडेट ने किया खुलासा

-साल्वर ने लिख दिया था अपनी मां का नाम, जिससे पकड़ में आया मामला

<-आईटीबीपी की भर्ती में मेडिकल में पकड़े गए कैंडिडेट ने किया खुलासा

-साल्वर ने लिख दिया था अपनी मां का नाम, जिससे पकड़ में आया मामला

BAREILLY: BAREILLY: कैंट थाना अंतर्गत आईटीबीपी कैंप में मेडिकल के दौरान पकड़े गए 'मुन्नाभाई' लोकेश ने दलाल जीतेंद्र को एडवांस में भ्0 हजार रुपए दिए थे। बाकी रकम काम हो जाने के बाद देना था। लोकेश की जगह बैठे सॉल्वर ने अपनी मां का नाम लिख दिया था, जिससे मामला पकड़ में आ गया। लोकेश की दलाल से मेडिकल में आने से दो-तीन दिन पहले बात हुई थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर दलाल और सॉल्वर की तलाश में जुट गई है। पुलिस लोकेश और दलाल जीतेंद्र के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकालने में जुट गई है। पुलिस ने हिरासत में लिए लोकेश के पिता और भाई से भी पूछताछ की है।

डॉक्यूमेंट में गड़बड़ी पर हुआ शक

सेकेंड कमांड डीएमई, भर्ती बोर्ड तृतीय वाहिनी, आईटीबीपी आगरा-बरेली के पीठासीन अधिकारी अनिल सिंह बिष्ट ने कैंट थाना में मुकदमा दर्ज कराया कि क्0 मई ख्0क्म् को बुखारा कैंप में पनवारी आगरा निवासी कैंडिडेट लोकेश कुमार पुत्र नवाब सिंह कांस्टेबल की भर्ती के मेडिकल के लिए पहुंचा। मेडिकल के दौरान जब उसके डॉक्यूमेंट चेक किए गए तो उनमें गड़बड़ी पाई गई। जिसके आधार पर उसने धोखाधड़ी की है।

लखनऊ में हुई थी मुलाकात

पुलिस पूछताछ में लोकेश ने बताया कि उसकी कई साल पहले भर्ती देखने के दौरान लखनऊ में जीतेंद्र से मुलाकात हुई थी। जीतेंद्र ने उसे अपना नंबर दिया था और कहा था कि वह जब भी कोई भर्ती करे तो उससे संपर्क कर ले। जब उसने आईटीबीपी की भर्ती में दौड़ पास कर ली तो फिर जीतेंद्र से संपर्क किया। इस पर उसने आगरा में जीतेंद्र को भ्0 हजार रुपए एडवांस दिए और बाकी रकम बाद में देने का तय हुआ। जीतेंद्र ने किसी सॉल्वर को उसकी जगह लिखित परीक्षा में बैठाया। उसने नेट पर देखा कि वह पास हो गया है तो फिर वह मेडिकल देखने के लिए पहुंचा।