बरेली (ब्यूरो)। किसानों की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए विकास भवन सभागार में मासिक किसान दिवस का आयोजन सीडीओ की अध्यक्षता में नवंबर के तीसरे बुधवार को किया गया। इसमें गन्ना किसानों के गन्ना बकाया भुगतान और उर्वरक की किल्लत का मामला छाया रहा। इसके अलावा किसानों ने अपनी समस्याओं के बारे में बताया, जिनका निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग करने के निर्देश ने दिए गए।
अवगत कराया
किसान दिवस में बहेड़ी की केशर शुगर मिल के बकाया गन्ना भुगतान के संबंध में चीनी मिल के महाप्रबंधक ने बताया कि बकाया गन्ना भुगतान 31 दिसंबर तक कर दिया जाएगा। वहीं, तहसील नबावगंज शुगर मिल के महाप्रबंधक ने बताया गया कि मिल बेचने की प्रक्रिया निरस्त हो गई है। इस वजह से किसानों का बकाया गन्ना भुगतान करने के पश्चात ही चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू किया जाएगा। जिले में उर्वरक की किल्लत को लेकर किसानों के सवाल पर जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में रबी फसलों की बुवाई के लिए उर्वरक उपलब्ध है, जिन्हें किसान सहकारी समितियों से प्राप्त कर सकते हैं। यदि कहीं से कोई भी समस्या आती है तो वे उन्हें तत्काल अवगत कराएं, जिससे कि समस्या का समाधान किया जा सके। सीडीओ ने किसान दिवस में आए किसानों की समस्याओं को सुनकर अतिशीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उप कृषि निदेशक ने विगत माह के किसान दिवसों में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के संबंध में ङ्क्षबदुवार अवगत कराया।
उन्नत खेती के बारे में जानकारी दी
इससे पहले वैज्ञानिक डा। रंजीत ङ्क्षसह ने नवीन तकनीकी खेती के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए कृषकों को उन्नत खेती के बारे में जानकारी दी। उप कृषि निदेशक ने किसानों से खेतों में पराली न जलाते हुए उसका प्रबंधन करने के निर्देश दिए। जिला उद्यान अधिकारी ने जानकारी दी कि विभाग में कृषकों के लिए सब्जियों के निश्शुल्क बीज उपलब्ध है, जिन्हें विभाग से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि नये उद्योग लगाने के लिए अचार, मुरब्बा, तेल मिल आदि लगाने के लिए और पुराने उद्योगों के पुर्नजीवन के लिए 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध है।