बरेली(ब्यूरो)। अक्षर विहार पार्क का रेनोवेशन कराया गया था ताकि लोग इस पार्क में फैमिली के साथ आकर इंज्वॉय कर सकें। इस पार्क के तालाब में बोटिंग की भी व्यवस्था की जानी थी, लेकिन अभी शुरू नहीं हो सकी है। तालाब का पानी साफ रहे इसके लिए इस पार्क में ही अलग से एसटीपी लगाई गई, ताकि पार्क में जाने वाला पानी शुद्ध होकर ही तालाब में जाए। 34 लाख 44 हजार रुपए खर्च कर दिए गए, लेकिन इस पार्क के तालाब में जाने वाला पानी अभी तक दुर्गंधयुक्त ही है। इससे पार्क में आने वाले कतराते भी हैैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने स्मार्ट सिटी की पड़ताल के तहत हकीकत जानी। पढि़ए पूरी रिपोर्ट
रकम खर्च करने पर जोर
स्मार्ट सिटी के तहत शहर के कई पार्को में ओपन जिम, फाउंटेन, सहित अन्य सुविधाएं डेवलेप की गईं थीं। अक्षर विहार पार्क में भी स्मार्ट सिटी के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया था, ताकि इस तालाब में पानी साफ होकर जाए, लेकिन इसके बाद भी इस तालाब में पानी गंदा ही सप्लाई हो रहा है। एसटीपी जून 2022 में बनाने का काम शुरू हुआ था, और वर्ष 2023 में बनकर पूरा हुआ था। इस एसटीपी को 25 केएलडी का बनाया गया था। प्लांट तो बनकर तैयार हो गया, लेकिन फिलहाल अक्षर विहार पार्क में पानी गंदा ही जा रहा है।
आने लगी है दुर्गंध
अक्षर विहार पार्क में जो तालाब है, उसमें पानी काफी गंदा है इससे दुर्गंध भी आती है। इसीलिए इसको साफ कराना चाहिए।
अंजलि
पार्क में तालाब बनाया गया था। पता चला था कि इसमें बोटिंग कराई जाएगी। अगर बोटिंग का प्रावधान था तो अभी तक शुरू क्यों नहीं किया गया।
अस्मिता
स्मार्ट सिटी के तहत जो भी रुपए खर्च किया गया है उसका लाभ भी दिखना चाहिए। अगर लाभ नहीं दिखेगा तो पब्लिक उसको बेकार ही कहेगी।
सचिन
अक्षर विहार पार्क में जो भी एसटीपी लगाया गया है उसको चालू कराना चाहिए। क्योंकि अगर वह चलता तो तालाब में पानी फिल्टर होकर आता।
रंजीत