- Internet पर बच्चे व युवा रहते हैं ज्यादा unsafe, cyber criminals करते हैं target
- Social sites, apps व गेम्स खेलने से होती है ज्यादा problems
BAREILLY इंटरनेट ने सब कुछ आपके एक क्लिक पर ला दिया है। लोग अपने प्रॉब्लम्स का हल इंटरनेट पर ढूंढ़ते हैं, लेकिन कई बार लोग इंटरनेट की वजह से प्रॉब्लम में फंस जाते हैं। साइबर क्रिमिनल खासकर बच्चों और युवाओं को अपना टारगेट बना रहे हैं। इंटरनेट यूज के दौरान क्या-क्या सेफ्टी बरतनी चाहिए, इसको लेकर इंटरनेट पर कई तरह के अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। इसे लेट्स क्रिएट ए बेटर इंटरनेट टूगेदर की थीम लाइन से मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं कि सेफ्टी न बरतने पर क्या-क्या होती हैं प्रॉब्लम और सेफ रहने के लिए क्या करें उपाय।
बढ़ता जा रहा है craze
इंटरनेट किसी भी प्रॉब्लम का हल ढूंढने का बेहतर जरिया है। स्टूडेंट के लिए स्टडी में भी यह हेल्पफुल है। यही नहीं जब से सोशल नेटवर्किंग साइट्स और एप के जरिए फ्रेंड्स व अन्य से जुड़ने का मौका मिल रहा है तब से इसका क्रेज और ज्यादा बढ़ता चला जा रहा है। बच्चे गेम खेलने में ज्यादा इंट्रेस्ट लेते हैं। कुछ ऐसे गेम हैं, जिनमें ऑनलाइन अन्य लोगों को ऐड कर गेम खेले जाते हैं। यही गेम बच्चों के लिए प्रॉब्लम खड़ी करते हैं। इसके अलावा सोशल साइट्स पर सब कुछ पब्लिक करने वाले लोगों को ज्यादा प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है।
बच्चों को होती है ये problem
इंटरनेट का यूज युवाओं के साथ-साथ बच्चे भी कर रहे हैं। चैट रूम, मैसेंजर, और सोशल साइट के जरिए कम्युनिकेशन बच्चे करते हैं। वो ऑनलाइन गेम भी खेलते हैं। यही नहीं इंटरनेट के जरिए मूवी व म्युजिक भी सुनते हैं। इस दौरान बच्चे अक्सर अपनी सारी इनफॉर्मेशन शेयर कर देते हैं। बिना सोचे समझे फ्रेंड बना लेते हैं। बच्चों के द्वारा ऐसा करने से उन्हें कई तरह के रिस्क से सामना करना पड़ता है। जैसे ऑनलाइन ऑफेंडर द्वारा उनकी ग्रूमिंग की जाती है। वे साइबर बुलिंग का शिकार हो जाते हैं। उन्हें आपत्तिजनक कमेंट करने के लिए एक्सपोज किया जाता है। ऐसा होने पर वह पर्सनल इनफॉर्मेशन शेयर करने में अपना कंट्रोल खो देते हैं। ऑफेंडर बच्चों को सेक्स के लिए प्रेरित करते हैं। उन्हें न्यूड फोटो डालने के लिए कहते हैं। धीरे-धीरे वो बच्चों को ब्लैकमेल करने लगते हैं।
Parents रखें ध्यान
अपने बच्चों को इंटरनेट यूज से सेफ रखने के लिए पैरेंट्स को टेक्निकल टूल्स का यूज करना चाहिए। इसके लिए बच्चा ऑनलाइन क्या कर रहा है। इसको फिल्टर करें और अपना कंट्रोल रखें। ऑनलाइन गेम खेलते वक्त भी ध्यान रखें। बच्चे को ऑनलाइन गुड एक्टिविटी करने के बारे में बताएं। उनके साथ ओपन कम्युनिकेशन जरुर रखें। अगर बच्चा सोशल नेटवर्किंग साइट में है, तो उसकी फ्रेंड लिस्ट में खुद को ऐड करें। उससे डेली पूछें कि उसने इंटरनेट पर ऐसा क्या यूज किया जो उसे सबसे ज्यादा अच्छा लगा। उसे अच्छी साइट के बारे में बताएं। उसे अकेले में इंटरनेट न यूज करने दें। डिवाइस पर कंट्रोल रखें, जिससे बच्चा गलत साइट का यूज ही न कर सके।
बच्चे रखें इन बातों का ध्यान
बच्चों को इंटरनेट एजुकेशन के लिए यूज करना चाहिए। अगर वह इंज्वाय या फिर गेम खेलने के लिए उसका यूज करते हैं, तो वह इस बारे में अपनी फैमिली या पैरेंट्स से शेयर करें। वह अपना मोबाइल नंबर किसी को न दें। ऑनलाइन फुल एड्रेस भी न दें। कोई भी फोटो ऑनलाइन डालने से पहले अच्छे से सोच लें। ऑनलाइन गेम खेलते वक्त भी गेम लूज करने पर परेशान न हों। आपकी इस परेशानी का ऑफेंडर फायदा उठा सकते हैं।
सारी information न करें share
बच्चों के साथ-साथ युवाओं को भी इंटरनेट का यूज करते वक्त ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट और एप्प पर ज्यादा ध्यान रखना होगा। सोशल नेटवर्किंग साइट और ऐप में दी गई इनफॉर्मेशन का साइबर क्रिमिनल जमकर मिसयूज करते हैं। इससे कोई फेक अकाउंट बनाकर परेशान करता है, तो कोई फोटो का ही मिसयूज कर लेता है। सिटी में भी इस तरह के काफी केसेस सामने आ रहे हैं। इसके अलावा ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में भी सावधानी बरतने की जरुरत है। अगर फेसबुक का मिसयूज हुआ है और उस आईडी को पूरी तरह से डिलीट करना चाहते हैं तो फेसबुक हेल्प में जाकर अकाउंट डिलीट कर सकते हैं। या फिर www.facebook.com/help/delete_account। लिंक पर भी सीधे जा सकते हैं। एप्स यूज के मामले में डिवाइस की में जाकर पता लगा सकते हैं कि एप्स का यूज कहां से और कौन कर रहा है।
सोशल साइट व ऑनलाइन गेम के जरिए बच्चों को टारगेट किया जा रहा है। कुछ जरुरी बातों का ध्यान रखने से इंटरनेट यूज करने में सेफ रह सकते हैं। पैरेंट्स को बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- अनुज श्रीवास्तव, साइबर एक्सपर्ट