पहली बार हो रहा Internal assesment
सीबीएसई के तर्ज पर पहली बार यूपी बोर्ड के हाईस्कूल के एग्जाम भी सीसीई के तहत होगा। इसमें 70 माक्र्स का थ्योरी एग्जाम होगा और 30 माक्र्स का इंटरनल एसेसमेंट। इंटरनल एसेसमेंट में 15 माक्र्स का प्रोजेक्ट वर्क भी शामिल है। स्कूलों को स्टूडेंट्स के यही 30 माक्र्स बोर्ड को भेजने हैं।Board का अजीबोगरीब direction
जीआईसी के प्रिंसिपल जीएल कोहली का कहना है कि जनवरी के लास्ट तक सभी स्कूलों को स्टूडेंट्स के इंटरनल एसेसमेंट के माक्र्स जमा कराने हैं। बोर्ड का तो यही आदेश है लेकिन उन्होंने अभी तक न तो अवार्ड ब्लैंक भेजे हैं और न ही रोल नम्बर। अवार्ड ब्लैंक पर ही माक्र्स चढ़ाए जाते हैं। स्कूल मैनेजमेंट भी अपने बेबस महसूस कर रहे हैं। वे बोर्ड के नेक्स्ट स्टेप का वेट कर रहे हैं।
अभी बोर्ड एग्जाम कंडक्ट होने में टाइम है। एग्जाम पोस्टपोन होने पर एक्सट्रा टाइम है। अवार्ड ब्लैंक आते ही स्कूलों में भेज दिए जाएंगे। फरवरी मंथ में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
-वेद राम भाटी,
डिप्टी सेक्रेट्री बोर्ड ऑफिस
बोर्ड ऑफिस ने अभी तक कुछ भी नहीं भेजा है। हम लोग भी वेट कर रहे हैं। केवल लास्ट डेट है और कुछ नहीं।
-सुरेश रस्तोगी, टीचर