- आईक्यूएसी की मीटिंग में प्रोफेसर्स संग बैठे शहर के कई एक्सप‌र्ट्स

- कैंपस में सुविधाएं बढ़ाने और एजूकेशन में क्वालिटी लाने का दिया सुझाव

BAREILLY: आरयू के वरिष्ठ प्रोफेसर्स और वीसी संग जब शहर के प्रबुद्धजन की बैठकी हुई तो एकेडमिक एक्टिविटीज को संवारने के लिए लंबी चर्चा का दौर चला। आरयू के इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल की इस ईयरली मीटिंग में जहां एक तरफ यूनिवर्सिटी के भ् वरिष्ठ प्रोफेर्स थे तो दूसरी तरफ अलग-अलग क्षेत्र से शहर के भ् एक्सप‌र्ट्स। यूनिवर्सिटी उनके समक्ष पिछले एक वर्ष का लेखा जोखा रखा। एक्सप‌र्ट्स ने जहां उनके जरिए किए जा रहे प्रयासों और अचीवमेंट को खूब सराहा तो दूसरी तरफ क्वालिटी एजूकेशन के लिए टिप्स भी दिए।

एक-एक कर गिनाई उपलब्धियां

मीटिंग वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन की अध्यक्षता में हुई। जिसमें यूनिवर्सिटी की तरफ से प्रो। वीपी सिंह, प्रो। एके सरकार, प्रो। बीआर कुकरेती और प्रो। एक गुप्ता मौजूद थे। वहीं एक्सप‌र्ट्स के रूप में डीआईजी आरकेएस राठौर, दैनिक जागरण के सीजीएम एएन सिंह, आईवीआरआई के डायरेक्टर प्रो। आरके सिंह, डॉ। एके चौहान और इफ्को के एरिया मैनेजर डॉ। जीपी सिंह मौजूद रहे। यूनिवर्सिटी एक्सप‌र्ट्स के सामने पिछले एक वर्ष की एक-एक उपलब्धियों को गिनाया। एग्जामिनेशन में कोडिंग व्यवस्था लागू करने, ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म की व्यवस्था और सीबीएसई नेट के लिए आरयू को कोऑर्डिनेटिंग यूनिवर्सिटी बनाए जाने को लेकर अपनी पीठ थपथपाई। वहीं कोर्स वर्क तैयार कर पीएचडी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करने को भी एक बड़ी उपलब्धि बताई। इसके अलावा चार स्मार्ट क्लासेज शुरू करने से क्वालिटी एजूकेशन को बढ़ावा मिलने का श्रेय भी लिया।

एक्सप‌र्ट्स के थे ये सुझाव

यूनिवर्सिटी की तरफ से रिकॉर्ड पेश करने के बाद एक्सप‌र्ट्स ने कैंपस को और संवारने के लिए कुछ टिप्स भी दिए। कैंपस में बायोमैट्रिक मशीन के जरिए टीचर्स, कर्मचारी व स्टूडेंट्स की अटेंडेंस लगाने का सुझाव दिया। ताकि पंक्चुआलिटी तो बढ़े ही साथ ही डिस्पि्लीन को भी बढ़ावा मिले। यही नहीं रिसर्च वर्क को जल्द से जल्द शुरू करने पर बल देते हुए क्वालिटी पर फोकस रखने का सुझाव दिया। यही नहीं स्टूडेंट्स को एकेडमिक और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामलों में बुनियादी जरूरतों को प्रोवाइड करने का भी सुझाव दिया। ताकि स्टूडेंट्स विदेश ना जाकर देश में ही उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकें।