- जंक्शन पर डीसीएम और डीएन मुरादाबाद ने किया इंस्पेक्शन
- डॉरमेट्रीज, रिटायरिंग रूम, सीआईटी ऑफिस में देखी गड़बडि़यां
- जंक्शन पर गंदगी और टिकट काउंटर में अव्यवस्था देख भड़के
BAREILLY: जंक्शन की साफ सफाई की व्यवस्था परखने सैटरडे को डीसीएम एसपीएस भाटिया ने प्लेटफॉर्म क् का जायजा लिया। इंस्पेक्शन के दौरान सीआईटी ऑफिस में पहुंचे डीसीएम ने डिसेबल्ड पैसेंजर्स के लिए व्हीलचेयर्स चेक किए। ऑफिस में दो व्हीलचेयर्स पड़े थे। एक की खराब हालत देख कर पूछा 'यह तो बिल्कुल कंडम हैं, क्यों रखा है इसे यहां' तो जवाब मिला कुली इसे यूज कर लेते हैं। दूसरी कमोबेश ठीक हालत में दिखी। लेकिन उसका व्हील जाम थी और फुटरेस्ट टूटा था। पूछा 'यह किस तरह यूज होती है' तो पास खड़े चीफ सुपरवाइजर पार्सल ने कहा इसे प्रैक्टिकली पीछे की ओर झुका कर चलते हैं। अफसरों के इस गैर जिम्मेदाराना तर्क से नाराज डीसीएम ने फटकार लगाते हुए कहा 'तो क्या प्रैक्टिकली व्हीलचेयर टूटी भी रहती है' डीसीएम ने टूटे व्हीलचेयर्स की मेंटनेंस कराने के ि1नर्देश दिए।
प्लेटफॉर्म की देखी 'व्यवस्था'
डीआरएम मुरादाबाद के निर्देश पर सैटरडे को इंस्पेक्शन टीम ने जंक्शन का दौरा किया। टीम के अगुवा रहे डीसीएम के साथ डिविजनल इंजीनियर एसपीएस बत्रा और एईएन पंकज राणा भी थे। टीम स्टेशन सुपरिटेंडेंट आरबी सक्सेना के साथ सबसे पहले प्लेटफॉर्म के डॉरमेट्री में पहुंची। वहां पैसेंजर्स के लिए कम सीट की व्यवस्था पर पूछा। फिर वह वेटिंग रूम गए, वहां उन्हें सीलिंग फैन गंदे दिखाई पड़े, इस पर उन्होंने साथ चल रहे अधिकारियों से जवाब मांगा।
वेंडर्स का कटा चालान
वेटिंग रूम से आगे बढ़ते ही डीसीएम की नजर मेसर्स तृप्ति एसोसिएट्स पर गई। जिसका काउंटर दुकान की सीमा से आगे निकला था। डीसीएम ने पूछा 'काउंटर दुकान से बाहर क्यों हैं, पिछली बार भी यह बाहर निकला था। इसे हटाने के निर्देश पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई' डीसीएम के कड़े तेवर देख कॉमर्शियल इंस्पेक्टर ने झट से वेंडर का भ्00 रुपए का चालान कटवा अपनी गर्दन बचाई। इसके बाद वह इंक्वायरी रूम पहुंचे। वहां स्टाफ ने जबरदस्त गर्मी होने की कंप्लेन की। इस पर डीसीएम ने वहां दो एग्जॉस्ट फैन लगवाने और एसी का प्रपोजल भेजने के ि1नर्देश दिए।
'कैसे हुआ टेंडर रिन्यूल'
इसके बाद डीसीएम तिरुपति मेसर्स नाम के स्टॉल पर गए और वहां के वेंडर से काउंटर दुकान की सीमा में रखने को कहा। इसके बाद वह बगल में बुक स्टॉल का लाइसेंस देखने लगे। म् महीने के बजाए एक साल की लाइसेंस वैलिडिटी देख उन्होंने कॉमर्शियल मैनेजर से अलगे म् महीने के टेंडर का लाइसेंस कैसे हुआ पूछा। जवाब मिला कि रिन्यूल कराया गया। इस पर उन्होंने कहा रिन्यूल नहीं एक्सटेंड हुआ है लाइसेंस। पूछा 'कैसे और किसकी अथॅरिर्टी से यह हो रहा है'। तो जिम्मेदार जवाब नहीं दे सकें। डीसीएम ने रिपोर्ट देने के ि1नर्देश दिए।
बदहाली देख चढ़ा पारा
प्लेटफॉर्म क् से निकल डीसीएम ने जंक्शन का रिटायरिंग रूम भी जांचा। वहां डीलक्स व एसी रूम ऑक्युपाइड होने पर खुशी जताई। लेकिन जब जनरल रूम का दरवाजा खुलवाया तो अंदर कूलर व पंखे चलते मिले। इस पर वहां मौजूद महिला कर्मचारी से जवाब मांगा। यहां से निकलते हुए सीढि़यों के ठीक ऊपर टूटी छत और लटकते एंगल देख पूछा तो जवाब मिला कई महीनों से टूटा पड़ा है। इसके बाद वह सरकुलेटिंग एरिया पहुंचे, वहां दीवारों पर पान व गंदगी के दाग देख उस पर चूना डलवाने के निर्देश दिए। यहां से निकलकर वह रिजर्वेशन काउंटर पहुंचे। वहां अनरिजर्व्ड टिकट विंडो करी रिपीटर मशीन खराब देख फिर सवाल किया। खामियों पर चिढ़े डीसीएम ने पूरी रिपोर्ट तैयार कराई और एसएस सहित सभी अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के कड़े निर्देश दिए।