- फ्राइडे को भर्ती रैली के दूसरे दिन पकड़ में आया फर्जी डॉक्यूमेंट का मामला
- पीलीभीत के करीब 9,500 अभ्यर्थियों ने देश सेवा के लिए दिखाया दम, 290 सफल घोषित
BAREILLY: सेना भर्ती रैली के दूसरे दिन डॉक्युमेंटेशन के दौरान फर्जीवाडे़ का मामला सामने आया। सेना के अधिकारियों की जांच के बाद संबंधित आरोपी को कैंट थाने को सौंप दिया है। गौरतलब है कि शहर में चल रही सेना भर्ती रैली के दूसरे दिन भी युवाओं में जोश देखने को मिला। फ्राइडे को भर्ती की विभिन्न ट्रेड्स के लिए पीलीभीत के करीब नौ हजार पांच सौ अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया, जिसमें से ख्90 अभ्यर्थियों को चुना गया। सुबह करीब पांच बजे से टोकन बंटने के साथ शुरू हुआ भर्ती का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।
डॉक्युमेंटेशन के दौरान पकड़े गए दाे फर्जी मामले
फ्राइडे को सेना भर्ती में पीलीभीत के अभ्यर्थियों को सैनिक जीडी, क्लर्क, ट्रेडमेन व तकनीक भर्ती के लिए बुलाया गया था। डॉक्युमेंटेशन के दौरान फर्जीवाडे़ का मामला पकड़ में आया। अधिकारियों ने बताया कि अलीगढ़ निवासी जीतू कुमार, पीलीभीत निवासी कपिल त्यागी के नाम के फर्जी डॉक्यूमेंट्स पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुआ। फिजिकल, रजिस्ट्रेशन और मेजरमेंट पास कर लिया, लेकिन डॉक्युमेंटेशन के दौरान गलत इंफॉर्मेशन देने लगा। कड़ाई से पूछताछ करने पर जीतू ने फर्जी डॉक्यूमेंट की बात कबूली। दूसरी ओर सैनिक जीडी की भर्ती के लिए पांचवी क्लास की मार्कशीट पर प्रेमपाल ने दौड़ की प्रक्रिया पूरी कर ली, लेकिन यहां भी डॉक्युमेंटेशन के दौरान पकड़ में आया। भर्ती अधिकारियों ने प्रेमपाल का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर वापस भेज दिया।
पांच हजार रुपए देकर बनवाए थे फर्जी डॉक्युमेंट
फर्जी डॉक्युमेंट की जांच में पकड़ा गए आरोपी जीतू कुमार के अनुसार वह अलीगढ़ के जगटारी निवासी राहुल के बहकावे में आ गया। राहुल ने पांच हजार रुपए देकर अलीगढ़ में ही पीलीभीत के कपिल त्यागी के नाम से फर्जी मार्कशीट और निवास प्रमाण पत्र बनवाए थे। जीतू के साथ राहुल भी देर रात पीलीभीत भर्ती रैली में हिस्सा लेने के लिए आया था, लेकिन टोकन मिलने के बाद राहुल कहीं नजर नहीं आया। वहीं अधिकारियों की जांच में अलीगढ़ निवासी राहुल नाम के अभ्यर्थी का कहीं कोई पता नहीं चल पाया।
ख्90 का चयन और ख्0 को मिला मौका
फ्राइडे देर शाम तक चली भर्ती प्रक्रिया में सैनिक जीडी, क्लर्क, तकनीक और ट्रेडमेन में करीब ख्90 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया। इन्हें सैटरडे को मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया है। वहीं ग्रीवांस सेल में हाईट, चेस्ट की कंप्लेंट पर अभ्यर्थियों को दोबारा रीटेस्ट किया गया। वहीं डॉक्युमेंट अवलेवल ना कराने वाले ख्0 अभ्यर्थियों को तीन दिनों के भीतर डामिसाइल, कैरेक्टर सर्टिफिकेट व अन्य डॉक्युमेंट अवलेबल कराने को कहा है।
भर्ती प्रक्रिया में डॉक्युमेंटेशन से पहले किसी भी लेवल पर डॉक्युमेंट की जरूरत नहीं होती। फर्जी डॉक्युमेंट के जरिए सेना में भर्ती होने आए जीतू नाम के अभ्यर्थी को कैंट पुलिस को सौंप दिया गया है।
कर्नल राजीव दीक्षित, डायरेक्टर, आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस