आर्मी और सिविल लाइंस एरिया में डाले डेरे
दवाखाना के नाम पर पड़े डेरों पर नहीं पड़ रही पुलिस की नजर
<आर्मी और सिविल लाइंस एरिया में डाले डेरे
दवाखाना के नाम पर पड़े डेरों पर नहीं पड़ रही पुलिस की नजर
BAREILLY:
BAREILLY: सुरेश शर्मा नगर डबल मर्डर में घुमंतू जाति के बदमाशों के शामिल होने के बाद डेरे वालों की भूमिका संदिग्ध हो गई है। इनकी भूमिका के साथ-साथ पुलिस की वर्किंग पर भी सवाल खड़े हो गए हैं क्योंकि डेरे सेफ जोन में डाले जा रहे हैं। आर्मी एरिया के अलावा पुलिस अधिकारियों के दफ्तर के आसपास भी डेरे पड़े हैं लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। यही वजह है कि बार-बार बदमाश वारदात को अंजाम देकर अपना डेरा बदलकर चले जाते हैं।
दो महीने से डेरा
सेटेलाइट से लेकर नकटिया तक एनएच ख्ब् पर दोनों ओर आर्मी एरिया है। नकटिया पुल से ठीक पहले देशी दवाखाना का डेरा करीब दो महीने से पड़ा हुआ है। जिस जगह पर डेरा है उससे ठीक पीछे आर्मी का एविएशन सेंटर भी है। इस लिहाज से यह एरिया काफी सेंसिटिव है, लेकिन इसी सेंसिटिव एरिया को सेफ एरिया बनाकर डेरा डाला गया है। ऐसे में कोई भी आर्मी से जुड़ी इंफॉर्मेशन भी डेरे में आराम से बैठकर पहुंचा सकता है। इसके बावजूद इन डेरों को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
रोजाना पड़ती है नजर
आर्मी एरिया के अलावा आईजी और एसएसपी आवास के सामने वाले रोड पर भी देशी दवाखाना का डेरा पड़ा हुआ है। यह डेरा भी कई महीने से पड़ा है। यह भी काफी सेफ जोन में है। यहां से भी रोजाना पुलिसकर्मियों का आवागमन होता है लेकिन किसी ने भी डेरे को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया।
चौपुला से पकड़ी गई थ्ाी रुकैया
इन दोनों प्लेसेस की जगह सिटी के इज्जतनगर थाना के पास, बारादरी में पीलीभीत रोड, नैनीताल रोड, चौपुला चौराहा व अन्य स्थानों पर भी डेरे पड़े हुए हैं। सुरेश शर्मा नगर डबल मर्डर केस में पकड़ी गई रुकैया बेगम भी चौपुला चौराहा स्थित डेरों में रह रही थी। इन डेरों पर हमेशा पुलिस की नजर रहती है लेकिन पुलिस कोई चेकिंग नहीं करती। हां जब कोई वारदात होती है तो इन डेरे वालों के खिलाफ अभियान चलाने के दावे किये जाते हैं।
डेरों में रहने वाले का वैरिफिकेशन कराया जा रहा है। आर्मी एरिया और सिविल लाइंस एरिया के डेरों को भी संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जाएगी।
राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली