Teachers के भत्ते double
टीचर्स के दबाव में वीसी को उनकी मांगें माननी ही पड़ीं। बीसीबी के डॉ। वीपी सिंह ने बताया कि वीसी ने उनकी मांगों को मानते हुए भत्तों को डबल कर दिया है। पहले कनवेंस चार्ज करीब 50 रुपए मिलता था, जिसे बढ़कार 120 रुपए कर दिया गया। एक मीटिंग के एग्जाम कंडक्ट कराने के लिए उन्हें करीब 20 रुपए पर मीटिंग के हिसाब से रिफ्रेशमेंट चार्ज दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर 40 रुपए कर दिया गया है।
परीक्षा भवन में जचेंगी कॉपी
टीचर्स की यह भी शिकायत थी कि उन्हें कॉपियों की चेकिंग के समय सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जाती हैं। इस पर यह डिसीजन लिया गया कि आरयू से एफिलिएटेड सभी कॉलेजेज के एग्जाम की कॉपियों की चेकिंग परीक्षा भवन में कराई जाएगी। आरयू में करीब 5 साल पहले यह भवन तैयार किया गया था लेकिन आज तक कॉपियों की चेकिंग के लिए इसे इस्तेमाल नहीं किया गया। वहां पर लगे फर्नीचर धूल फांक रहे थे। सुविधाओं की कमी के चलते टीचर्स कॉपियों की चेकिंग से इंकार कर दिया करते थे। इसके चलते कॉपियां आरयू के हिस्ट्री, एमबीए समेत दूसरे डिपार्टमेंट्स में चेक होती थीं। वीसी ने टीचर्स की मांगों को मानते हुए भवन में एसी समेत सभी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइड करने की सहमति दे दी है। अब इंप्रूवमेंट एग्जाम समेत सभी एग्जाम की कॉपियां परीक्षा भवन में ही जांची जाएंगी। टीचर्स की सभी मांगों के संबंध में अक्टूबर के फस्र्ट वीक में फाइनेंस कमेटी की बैठक में प्रस्ताव पास कर लागू कर दिया जाएगा।
Last day रही खूब भीड़
इंप्रूवमेंट फॉर्म जमा करने की थर्सडे को लास्ट डेट थी। इसके चलते फॉर्म खरीदने और उसे जमा करने के लिए कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की लाइन लगी रही। फॉर्म यूनियन बैंक में मिल रहे थे और जमा कॉलेजेज में हो रहे थे। काउंटर्स पर देर शाम तक स्टूडेंट्स की लंबी कतार देखी गई। एक अनुमान के मुताबिक, बीसीबी में मॉर्निंग मीटिंग में करीब 27,030 और इवनिंग मीटिंग में 18,605 स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे।