क्या है book bank की व्यवस्था
कॉलेज में एडमिशन लेने वाले सभी स्टूडेंट्स का लाइब्रेरी कार्ड इशू होता है। इसका एकमुश्त चार्ज फीस के समय ही जमा करा लिया जाता है। कार्ड के जरिए स्टूडेंट्स वे बुक्श इशू करा सकते हैं जो जनरली लाइब्रेरी में अवेलेबल रहती हैं। वहीं बुक बैंक की व्यवस्था के
जरिए स्टूडेंट्स खास तौर पर अपने सब्जेक्ट्स के खास राइटर्स और पब्लिशर्स की बुक्स डिमांड करते हैं। बुक्स की डिमांड के लिए स्टूडेंट्स को अलग से बुक बैंक का फॉर्म भरकर जमा कराना होता है। बाद में कॉलेज स्टूडेंट्स को उनकी डिमांड की हुई बुक्स अवेलेबल कराता है।
एक साल के लिए issue
बुक बैंक के जरिए स्टूडेंट्स को एक साल के लिए बुक्स इशू की जाती हैं। मेन एग्जाम खत्म होने के 15 दिनों के भीतर उन्हें बुक्स रिटर्न करनी होती हैं। इशू के समय स्टूडेंट्स को कॉशन मनी के रूप में बुक्स की कीमत का 25 फीसदी जमा कराना होता है। वहीं लाइब्रेरी कार्ड के जरिए स्टूडेंट्स को केवल 15 दिनों के लिए ही बुक्स इशू की जाती हैं।
बढ़ गई demand
सेशन स्टार्ट होते ही स्टूडेंट्स ने अपने सब्जेक्ट्स के राइटर्स की बुक्स के लिए डिमांड करनी शुरू कर दी। इंप्रूवमेंट फॉर्म जारी होने के बाद से डिमांड करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में और इजाफा हो गया। यही नहीं खास बुक्स के लिए कफी संख्या में फ्रेशर स्टूडेंट्स ने भी अपनी डिमांड भेजी है। जिसकी सही संख्या का अभी तक पता नहीं चल सका है। एक अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या सैकड़ों में है।
Books देने से किया मना
इंप्रूवमेंट एग्जाम के चलते स्टूडेंट्स की डिमांड पीक पर है। इंप्रूवमेंट एग्जाम 1 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक कंडक्ट होंगे लेकिन लाइब्रेरी एडमिनिस्ट्रेशन ने फिलहाल बुक्स इशू करने से मना कर दिया है। यही नहीं बुक बैंक के लिए आवेदन की लास्ट डेट 15 सितम्बर थी, जिसे बढ़ाकर 30 सितम्बर कर दिया गया है। लाइब्रेरी एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि लास्ट डेट के बाद स्टूडेंट्स की लिस्ट तैयार कराई जाएगी। उसके बाद ही बुक्स अवेलेबल कराई जाएंगी। उनके मुताबिक बुक्स इंप्रूवमेंट एग्जाम के बाद ही मिलेंगी। ऐसे में इंप्रूवमेंट एग्जाम सिर पर होने के चलते बुक्स का इंतजार करने वाले स्टूडेंट्स के सामने प्रॉब्लम खड़ी हो गई है।