नाला सफाई में आउटसोर्स करने वाली एजेंसी ने नहीं दिए सभी कर्मचारी
600 कर्मचारी के बजाए सफाई में लगाए सिर्फ 110, एजेंसी को नोटिस जारी
BAREILLY: मॉनसून से पहले शहर के नालों की सफाई की नगर निगम की मुहिम पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है। सफाई कर्मचारियों की कमी के चलते आउटसोर्स कर गंदे नालों को साफ करने की निगम की कवायद शुरु होते ही फ्लॉप साबित हो रही है। वजह सफाई का ठेका लेने वाली एजेंसी बनी है। जो तय नियमों के बावजूद मांगा गया स्टाफ नालों की सफाई में नहीं लगा रही। इससे नाराज नगर आयुक्त के निर्देश पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने एजेंसी को नोटिस भेज जवाब तलब कर लिया है। वहीं एजेंसी की ओर से जमा भ्0 हजार रुपए की सिक्योरिटरी मनी को भी जब्त कर लिया गया है।
महज क्क्0 से सफाई
पिछले साल भी खराब चोक नालों की वजह से शहर में जगह जगह जलभराव हो गया था। इससे निगम की बड़ी किरकिरी हुई थी। इस बार निगम ने शहर के गंदे नालों को साफ कराने को पिछले बार से दोगुना ब्0 लाख का बजट जारी किया। आउटसोर्स कर कर्मचारी जुटाने को टेंडर शुरू किए गए। एएस इंटरप्राइजेज नाम की एजेंसी को इसका ठेका मिला। जिसमें म्00 कर्मचारियों को आउटसोर्स किया जाना था। एक हफ्ते पहले नालों की सफाई की मुहिम शुरू हुई लेकिन एजेंसी ने पहले क्8, फिर भ्0 और फिर क्क्0 के अंाकड़े पर कर्मचारी जुटाकर जिम्मेदारी निभा ली।
सोए रहे जिम्मेदार
नालों की सफाई में म्00 कर्मचारियों को लगाए जाने के कॉन्ट्रैक्ट के बावजूद एजेंसी ने महज क्क्0 का स्टाफ मुहैया कराया। जनता की कंप्लेन के बावजूद नगर स्वास्थ्य विभाग की नींद इस ओर नहीं टूटी। ब् दिन बीत जाने के बाद भी एजेंसी सफाई में कम स्टाफ जुटाने के रवैये पर अड़ी रही। कोई ठोस कार्रवाई न होने से एजेंसी का रूख भी अधिकारियों के रवैये की तरह गैर जिम्मेदाराना बना रहा। आईनेक्स्ट ने ख्8 जून के अपने पब्लिकेशन में इस मुद्दे को उठाया और अधिकारियों से इस लापरवाही की वजह पूछी। जिस पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एसपीएस सिंधु ने एजेंसी को नोटिस देने और कार्रवाई किए जाने की बात कही।