मेडिकोज की रिहाई और कानपुर एसएसपी के खिलाफ ट्रांसफर की कार्रवाई
आईएमए बरेली ब्रांच में अचानक हड़ताल वापसी को लेकर जबरदस्त नाराजगी
नाराज डॉक्टर्स बीच बैठक से उठे, जिम्मेदारों पर उठाए सवाल, हॉस्पिटल्स में ओपीडी शुरू
BAREILLY: अपनी मांगों को लेकर पिछले 6 दिनों से सरकार से चल रहा आईएमए का टकराव थर्सडे को खत्म हो गया। शासन की ओर से वेडनसडे देर रात 24 मेडिकोज की रिहाई और कानपुर एसएसपी के खिलाफ ट्रांसफर का आदेश जारी कर दिया गया। इसके बाद आईएमए के नेशनल व स्टेट हेडक्वॉर्टर की ओर से थर्सडे सुबह हड़ताल खत्म करने का फरमान जारी हुआ। इससे 6 मार्च को अपने आंदोलन को और भी बड़े स्तर पर ले जाने का सोच रहे तमाम डॉक्टर्स के लिए थर्सडे सुबह काफी शॉकिंग रही। एकाएक हड़ताल खत्म होने से बरेली आईएमए मेंबर्स में जबरदस्त नाराजगी रही। थर्सडे सुबह आईएमए भवन पहुंचे डॉक्टर्स ने जिम्मेदारों के इस कदम से खुद को ठगा सा महसूस करते हुए इस पर तीखे तेवर दिखाए।
Confusion
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GBM अधूरी छोड़ उठे doctors
बरेली में थर्सडे सुबह आंदोलन को आगे ले जाने की तैयारी कर रहे तमाम आईएमए मेंबर्स मोबाइल पर हड़ताल खत्म होने का मैसेज मिलते ही बिफर उठे। फैसले को लेकर आईएमए भवन में सुबह 11 बजे आईएमए बरेली ब्रांच की जनरल बॉडी मीटिंग बुलाई गई थी। आईएमए स्टेट प्रेसीडेंट डॉ। रवि मेहरा व बरेली ब्रांच प्रेसीडेंट डॉ। जीएस खंडूजा की अगुवाई में हुई इस बैठक को शुरू से ही डॉक्टर्स की नाराजगी झेलनी पड़ी। डॉक्टर्स इस तरह अचानक हड़ताल खत्म किए जाने से बेहद खफा हुए। नाराज डॉक्टर्स ने 20 मिनट में ही मीटिंग का बहिष्कार कर वहां से चल दिए।
फैसले पर जमकर बरसे
फैसले से नाराज डॉक्टर्स का कहना था कि एक बारगी मांगे पूरी हो जाने व मेडिकल स्टूडेंट्स के रिहा होने के बाद ही हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया जाना चाहिए था। डॉक्टर्स ने जिम्मेदारों के इस रवैये पर सवाल खड़े करने के साथ ही आगे से इस तरह किसी आंदोलन में शामिल न होने की भी बात कही। वहीं कइयों ने फैसला लिए जाने के बाद जीबीएम कराने के औचित्य पर सवाल किए। डॉक्टर्स का कहना था कि जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल जारी रखने के बावजूद आईएमए का इस तरह का फैसला गलत है। ऐसे में आने वाले समय में कोई भी नया डॉक्टर आईएमए से जुड़ना नहीं चाहेगा।
PMS ने भी पीछे खींचे हाथ
आईएमए के अपने आंदोलन को खत्म करने के साथ ही प्रोवेंशियल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ( पीएमएस ) ने भी हड़ताल से अपने हाथ खींच लिए। थर्सडे को सुबह 8 से 10 बजे तक कार्य बहिष्कार करने की मंशा पीएमएस ने छोड़ दी। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में थर्सडे सुबह ओपीडी अपने समय पर शुरू हुई। पीएमएस प्रेसीडेंट डॉ। वीपी भारद्वाज ने बताया कि मांगे पूरी होने के बाद एसोसिएशन ने अपना विरोध खत्म कर दिया है।
Private hospitals में खुली OPD
हड़ताल खत्म होने से भले ही आईएमए डॉक्टर्स में गुस्सा भरा हो, लेकिन इस फैसले से पेशेंट्स को काफी राहत मिली। सिटी के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स में सुबह क्0 बजे से ओपीडी का संचालन शुरू हो गया। रामपुर गार्डन, सिविल लाइंस, प्रेमनगर व डीडीपुरम सहित लगभग सभी जगह प्राइवेट हॉस्पिटल्स की ओपीडी खुलने के बाद वहां पेशेंट्स की लंबी लाइन लगी रही।