मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू न होने पर प्रदेश भर में आईएमए की हड़ताल
सुबह 8 से रात 8 तक आईएमए से जुड़े हॉस्पिटल्स में ओपीडी-इमरजेंसी बंद
रैली निकाल डीएम को देंगे ज्ञापन, महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
>BAREILLY:
कागजों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट बनाने के बावजूद इसे प्रभावी तरीके से लागू न कराने से भड़के प्राइवेट डॉक्टर्स फ्राइडे को हड़ताल पर रहेंगे। इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन, आईएमए यूपी ने फ्राइडे को प्रदेश भर में हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। वेडनसडे को ही हड़ताल की घोषणा कर दी गई थी, लेकिन थर्सडे रात तक हड़ताल वापस लिए जाने की संभावना जताई जा रही थी, जो बेकार गई। बरेली में भी सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक क्ख् घंटों के लिए निजी हॉस्पिटल्स की मेडिकल सेवाएं मरीजों के लिए ठप रहेंगी। हालांकि हॉस्पिटल्स में एडमिट पुराने मरीजों का इलाज जारी रहेगा। फ्राइडे को क्ख् घंटे की हड़ताल से शहर की मेडिकल व्यवस्था बुरी तरह चरमराने की आशंका है।
आईएमए ने बुलाई जीबीएम
फ्राइडे को होने वाली प्रदेश स्तरीय हड़ताल को कामयाब बनाने के लिए आईएमए बरेली ने थर्सडे रात को 9.फ्0 बजे अपनी जनरल बॉडी मीटिंग बुलाई। बैठक में आईएमए से जुड़े शहर के सभी निजी हॉस्पिटल्स व नर्सिग होम्स के ओनर्स व डॉक्टर्स को बुलाया गया। डॉ। रवि मेहरा और आईएमए प्रेसीडेंट डॉ। रवि खन्ना की अगुवाई में डॉक्टर्स ने हड़ताल के लिए रणनीति बनाई। बैठक में आईएमए यूपी से मिले निर्देशों को डॉक्टर्स से शेयर किया गया। जिसमें सभी डॉक्टर्स व हॉस्पिटल्स को हड़ताल में शामिल होने के कड़े निर्देश्ा दिए गए।
'शर्म की दीवार' पर होंगे दागी
हड़ताल को प्रभावी बनाने के लिए आईएमए की ओर से स्कॉवयड तैयार किए गए हैं। फ्राइडे सुबह 9.फ्0 बजे से ही आईएमए से जुड़े सभी डॉक्टर्स आईएमए हॉल में इकट्ठा होकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। आईएमए प्रेसीडेंट डॉ। रवि खन्ना ने बताया कि आईएमए की स्कवॉयड शहर भर में आईएमए से जुड़े हॉस्पिटल्स में हड़ताल की हकीकत परखेंगे। जो डॉक्टर्स या हॉस्पिटल्स इस हड़ताल में शामिल न होंगे, उन्हे दागी माना जाएगा। साथ ही आईएमए में हॉल ऑफ शेम बनाकर उनका नाम दीवार पर चस्पा किया जाएगा।
इमरजेंसी केसेज पर आफत
बरेली में करीब ढाई सौ से ज्यादा निजी हॉस्पिटल्स व नर्सिग होम्स हैं। इनमें से क्00 से ज्यादा हॉस्पिटल्स आईएमए से रजिस्टर्ड हैं। इतने ज्यादा हॉस्पिटल्स के चलते ही बरेली को मेडिकल हब का दर्जा दिया गया है। यहां बरेली के अलावा पीलीभीत, बदायूं, शाहजहांपुर, रामपुर और उत्तराखंड से भी रोजाना सैंकड़ों मरीज अपना इलाज कराने आते हैं। हड़ताल के चलते निजी हॉस्पिटल्स ने क्ख् घंटों तक इमरजेंसी के नए केसेज एडमिट करने से भी इनकार किया है। जिससे गंभीर बीमारी या एक्सीडेंट की हालत में आने वाले मरीजों की जान पर आफत रहेगी।
महानिदेशक ने जारी किया अलर्ट
यूपी में आईएमए की हड़ताल को देखते हुए शासन की ओर से भी अपने इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। हड़ताल के चलते शहरों में इलाज की व्यवस्था चरमरा न जाएं इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। डीपी शर्मा ने बताया कि महानिदेशक के मिले निर्देशों के तहत सभी सरकारी डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ को मुस्तैद रहने को कहा गया है। इमरजेंसी सहित सभी वार्डो को ऐहतियातन जरूरी सावधानियां बरतने के निर्देश दे दिए गए हैं।