शहर के निजी हॉस्पिटल्स में बढ़ते हंगामे व तोड़फोड़ के मामलों पर लिया एक्शन
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत हंगामा करने वालों पर कराएंगे पुलिसिया कार्रवाई
BAREILLY:
मरीज की मौत के बाद निजी हॉस्पिटल्स को निशाना बनाए जाने की घटनाओं पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, आईएमए ने सिर्फ कड़ा विरोध जताने तक सीमित न रहने का मन पक्का कर लिया है। आईएमए बरेली ब्रांच ने शहर के निजी हॉस्पिटल्स में होने वाली तोड़फोड़ की वारदातों का कड़ा जवाब देने का मन बना लिया है। आईएमए ने साफ किया है कि मरीजों की मौत के बाद परिजनों की ओर से नाराजगी जताने के ली हॉस्पिटल्स में की जाने वाली तोड़फोड़ का सख्ती से न सिर्फ जवाब दिया जाएगा बल्कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने में भी पहल की जाएगी।
बढ़ती वारदातों पर लिया फैसला
बरेली शहर में पिछले एक साल के अंदर ही मरीज की मौत के बाद निजी हॉस्पिटल्स में हंगामे व तोड़फोड़ की करीब एक दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं। इन घटनाओं में शहर के मेयर का हॉस्पिटल भी शामिल है, जो कुछ हफ्तों पहले ही नाराज तीमारदारों के गुस्से का शिकार बन चुका है। फ्राइडे रात को भी सिविल लाइंस स्थित एक निजी हॉस्पिटल में क्रिटिकल कंडीशन में एडमिट मरीज की मौत के बाद तीमारदारों ने तोड़फोड़ की। जो सीसीटीवी फुटेज में दर्ज हो गई। इस घटना के बाद ही आईएमए के जिम्मेदारों ने ऐसी घटनाओं पर कड़ा विरोध जताने का ऐलान ि1कया है।
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई
हॉस्पिटल्स व नर्सिग होम्स सहित मेडिकल स्टाफ को तोड़फोड़ व मारपीट की घटनाओं से बचाने के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लाया गया। बावजूद इसके बरेली में निजी हॉस्पिटल्स पर तोड़फोड़ के हमले रुके नहीं। आईएमए ने साफ किया है कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत हॉस्पिटल्स में तोड़फोड़ के दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। इस एक्ट के तहत आरोपी को जमानत तक नहीं मिलती। आईएमए ऐसे दोषियों से सख्ती से निपटने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर कराने की कार्रवाई करेगा।
------------------
मरीज की मौत के बाद निजी हॉस्पिटल्स पर तोड़फोड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम मरीज की जान बचाने की पूरी कोशिश करते हैं। इसके बावजूद निजी हॉस्पिटल्स में तोड़फोड़ की घटनाएं नहीं रुक रही। इससे निपटने को मेडिकल प्रोटेक्शन के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
- डॉ। रवि खन्ना, प्रेसीडेंट, आईएमए बरेली